RAIPUR FACTORY ACCIDENT | 6 की मौत, मुआवजा ऐलान पर बवाल …

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित गोदावरी पावर एंड इस्पात फैक्ट्री में शुक्रवार (26 सितंबर) को हुए हादसे में 6 लोगों की मौत और 6 घायल हुए थे। अब फैक्ट्री प्रबंधन ने मृतकों के परिजनों को 45-45 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है।
मुआवजे का पैकेज
मृतकों के परिजनों को कुल 45 लाख रुपए, जिसमें 5-5 लाख बच्चों की पढ़ाई और शादी के लिए।
परिवार को 10 हजार रुपए मासिक पेंशन।
एक सदस्य को नौकरी।
घायलों को मुआवजे का कोई ऐलान नहीं।
FIR दर्ज, लेकिन नामजद नहीं
हादसे के बाद धरसींवा थाने में फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ FIR दर्ज हुई।
धाराएं : BNS धारा 106(1) और 289।
FIR में किसी जिम्मेदार अधिकारी का नाम नहीं, आगे जांच के बाद तय होंगे आरोपी।
हादसे में मारे गए कर्मचारी
मैनेजर : जी.एल. प्रसन्ना कुमार, के. प्रसन्ना कुमार।
असिस्टेंट मैनेजर : घनश्याम घोरमोरे, निराकार मलिक।
हेल्पर : तुलसी राम भट्ट, नारायण साहू।
घायल
जीएम चक्रधर राव, फोरमैन पवन कुमार बावनकर, कुली जयप्रकाश वर्मा, सीनियर टेक्नीशियन दीपेंद्र महतो, जूनियर टेक्नीशियन चंद्र प्रकाश पटेल और रिगर मंतू यादव।
जांच और राजनीति
प्रशासन ने जांच शुरू की, पुलिस ने पंचनामा और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान लिए।
कांग्रेस ने भी जांच दल बनाया।
पूर्व मंत्री धनेंद्र साहू ने आरोप लगाया कि “ज्यादा प्रोडक्शन के लिए बिना मेंटेनेंस फर्नेस चालू किया गया, यही लापरवाही हादसे की वजह है।”
पूर्व सांसद छाया वर्मा ने प्रशासन पर भी जिम्मेदारी ठहराई कि “बिना सुरक्षा मानकों की जांच किए एनओसी जारी की गई।”
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने मुआवजा बढ़ाकर मृतकों को 1 करोड़ और घायलों को 50-50 लाख देने की मांग की है।
हादसे ने एक बार फिर छत्तीसगढ़ की इंडस्ट्रियल यूनिट्स में सुरक्षा मानकों और प्रबंधन की जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।



