GLOBAL INVESTMENT RISK | पाकिस्तान में निवेश मतलब नुकसान तय! रिपोर्ट में भारत की रैंकिंग ने किया हैरान

नई दिल्ली। सिटीजन कंसल्टेंसी फर्म हेनले एंड पार्टनर्स ने अपने AI प्लेटफॉर्म अल्फाजियो के साथ मिलकर ग्लोबल इन्वेस्टमेंट और रिस्क पर एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में पाकिस्तान को दुनिया के सबसे जोखिम भरे देशों में शामिल किया गया है। पाकिस्तान के साथ हैती और लेबनान को भी निचले पायदान पर रखा गया है। रिपोर्ट के अनुसार, इन देशों में विदेशी निवेशकों के पैसे डूबने का खतरा सबसे ज्यादा है।
वहीं स्विट्जरलैंड, डेनमार्क और नॉर्वे को निवेश के लिहाज से सबसे सुरक्षित देशों में गिना गया है। यानी यहां निवेश जोखिम बेहद कम है और आर्थिक स्थिरता मजबूत है।
भारत 104वें स्थान पर
रिपोर्ट के मुताबिक, जी7 देशों में निवेश जोखिम काफी कम है। कनाडा 11वें, ब्रिटेन 19वें, फ्रांस 23वें और अमेरिका 24वें स्थान पर हैं। वहीं ब्रिक्स देशों में चीन 37वें, रूस 69वें, दक्षिण अफ्रीका 95वें, ब्राजील 99वें और भारत 104वें स्थान पर है।
सबसे जोखिम भरे देश
इस सूची में सबसे नीचे सिएरा लियोन (146), नाइजीरिया (147), पाकिस्तान (148), हैती (149) और लेबनान (150) हैं। इन देशों को राजनीतिक अस्थिरता, कानूनी असुरक्षा और कमजोर आर्थिक नीति के कारण उच्च जोखिम श्रेणी में रखा गया है।
टॉप 5 में स्कैंडिनेवियाई देश हावी
रिपोर्ट में कहा गया है कि स्विट्जरलैंड, डेनमार्क, नॉर्वे, सिंगापुर और स्वीडन वे देश हैं, जिन्होंने बेहतर शासन, मजबूत सामाजिक ढांचा और कानूनी पारदर्शिता के दम पर दुनिया के सबसे भरोसेमंद निवेश गंतव्य के रूप में पहचान बनाई है।
विशेषज्ञों का कहना है, यह इंडेक्स निवेशकों को यह समझने में मदद करता है कि कौन-से देश अनिश्चितता के दौर में भी आर्थिक स्थिरता बनाए रखने में सक्षम हैं।



