TOMAR REMAND REVEALS | रिमांड में बोल पड़ा मोस्ट वांटेड ‘रूबी तोमर’, कई नाम आए सामने …

रायपुर। सूदखोरी, ब्लैकमेलिंग और मारपीट के कई मामलों में 5 महीने से फरार वीरेंद्र सिंह उर्फ रूबी तोमर अब पुलिस के शिकंजे में है। रायपुर पुलिस ने रविवार सुबह उसे ग्वालियर की पॉश सोसाइटी ‘विंडसर हिल्स टाउनशिप’ से एक फिल्मी अंदाज में गिरफ्तार किया। सोमवार को अदालत में पेशी के बाद कोर्ट ने उसे 5 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है। इस दौरान पुलिस उससे पूछताछ कर रही है और सूत्रों के मुताबिक, रूबी रिमांड में कई अहम राज उगल रहा है।
फरारी की पूरी प्लानिंग और गिरफ्तारी की फिल्मी स्क्रिप्ट
पुलिस को लंबे समय से वीरेंद्र और उसके भाई रोहित तोमर की तलाश थी। दोनों पर रायपुर के तेलीबांधा और पुरानी बस्ती थानों में सूदखोरी, रंगदारी, ब्लैकमेलिंग, मारपीट और धमकी सहित 16 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। रायपुर पुलिस की टीम लगातार राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और मध्यप्रदेश में रेड कर रही थी, लेकिन दोनों भाई ठिकाने बदल-बदलकर फरारी काट रहे थे।
अचानक पुलिस को एक टेक्निकल इनपुट और मुखबिर से पुख्ता सूचना मिली कि रूबी तोमर ग्वालियर में किसी आलीशान फ्लैट में छिपा है। फिर पुलिस ने ग्वालियर में 6 दिन तक गुप्त निगरानी रखी। वह न बालकनी में दिखता था, न बाहर आता था। इसके बाद पुलिस ने एक रणनीतिक चाल चली फ्लैट की बिजली कटवाई। बिजली गुल होते ही रूबी बालकनी में आया, तभी क्राइम ब्रांच की टीम ने उसकी पहचान कर ली। पुलिसकर्मी बिजली विभाग के कर्मचारी बनकर फ्लैट में घुसे और बिना संघर्ष के उसे गिरफ्तार कर लिया।
रायपुर लाते वक्त पत्नी ने किया हंगामा
रविवार दोपहर पुलिस जब वीरेंद्र को रायपुर लेकर पहुंची, तो उसका भाटागांव इलाके में जुलूस निकाला गया। इस दौरान वीरेंद्र तोमर लंगड़ाते हुए चल रहा था और अचानक बेहोश हो गया। वहीं उसकी पत्नी शुभ्रा सिंह तोमर भड़क उठी और मीडिया के सामने चिल्लाने लगी “सब मिलकर मेरे पति को मार डालो… उसने ऐसा क्या किया है जो उसका जुलूस निकाला जा रहा है!” स्थिति बिगड़ने से पहले पुलिस ने वीरेंद्र को वापस गाड़ी में बैठाकर थाने रवाना कर दिया।
रिमांड में बोल पड़ा रूबी, कई नाम आए सामने
सोमवार को अदालत में पेशी के दौरान वीरेंद्र को 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पूछताछ में उसने सूदखोरी नेटवर्क से जुड़े कुछ नामों का खुलासा किया है। रूबी ने माना है कि वह लगातार भाई रोहित तोमर के संपर्क में था और ग्वालियर वाले फ्लैट में रोहित भी कई बार आया था। अब पुलिस रोहित तोमर की लोकेशन ट्रेस करने में जुटी है, जो अब भी फरार है।
40 करोड़ की रजिस्ट्री, 3.5 करोड़ का सोना और ब्लैंक चेक जब्त
रायपुर पुलिस ने तोमर ब्रदर्स के ठिकानों से रेड में 40 करोड़ से अधिक की रजिस्ट्री, 3.5 करोड़ रुपए का सोना, 10 लाख रुपए की चांदी और कई बैंक पासबुक, चेक और एटीएम कार्ड जब्त किए थे। आरोप है कि दोनों भाई सूद पर पैसा देने के बाद महिलाओं से ब्लैंक चेक और संपत्ति के दस्तावेज ले लेते थे, फिर ब्लैकमेल करके जमीन-मकान अपने नाम कर लेते थे।
हाईकोर्ट ने खारिज की थी अग्रिम जमानत
छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने हाल ही में रोहित और वीरेंद्र तोमर की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी, जबकि उनकी पत्नियों और भतीजे को राहत मिल गई थी। सरकारी वकील ने अदालत में कहा था कि दोनों भाइयों का लंबा आपराधिक रिकॉर्ड है और वे संगठित अपराध नेटवर्क चला रहे हैं।
पुलिस अब आर्थिक नेटवर्क खंगालने में जुटी
वीरेंद्र तोमर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब उसके पूरे आर्थिक नेटवर्क की जांच कर रही है। आर्थिक अपराध शाखा (EOW) उसकी फर्जी रजिस्ट्री, बैंक लेनदेन और संपत्ति कब्जाने के मामलों की छानबीन कर रही है। वहीं पुलिस की एक टीम अभी भी फरार रोहित तोमर की तलाश में दिल्ली और हरियाणा में दबिश दे रही है।



