MICHAEL BURRY WARNING | AI बूम में छुपा बड़ा खतरा!

मुंबई। ग्लोबल शेयर मार्केट में बड़ा अलर्ट जारी हुआ है। टेक कंपनियों की बढ़ती कमाई और AI पर भारी खर्च के बीच दिग्गज निवेशक माइकल बरी ने मुनाफे पर गहरा संदेह जताया है। 2008 के हाउसिंग क्रैश की भविष्यवाणी कर चुके बरी का कहना है कि बिग टेक कंपनियां कागज पर लाभ बढ़ा रही हैं, जबकि असली कैश फ्लो में कोई बढ़ोतरी नहीं हो रही।
बरी ने क्या चेतावनी दी?
माइकल बरी ने कहा कि मेटा, अल्फाबेट, माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियां AI इंफ्रास्ट्रक्चर के नुकसान को लंबी अवधि में गिनकर डिप्रिसिएशन कम दिखा रही हैं, जिससे उनकी नेट इनकम बढ़ी हुई नजर आती है। उन्होंने साफ कहा यह अवैध नहीं, लेकिन वास्तविक संचालन लागत को छिपाने जैसा है।
बिग टेक कंपनियों की अकाउंटिंग ट्रिक?
Meta ने अपने सर्वर और कंप्यूटिंग उपकरणों की उपयोग अवधि 4 साल से बढ़ाकर 5.5 साल कर दी। इससे 2025 में डिप्रिसिएशन खर्च लगभग 3 अरब डॉलर कम हो गया। Microsoft और Alphabet ने भी हार्डवेयर की लाइफ बढ़ाई, जिससे खर्च घटा और मुनाफा बढ़ा। इसके उलट Amazon ने चिप अपग्रेड की तेज रफ्तार का हवाला देते हुए सर्वर लाइफ 6 साल से घटाकर 5 साल कर दी।
AI पर खर्च का बड़ा दबाव
मेटा, अल्फाबेट, अमेजन और माइक्रोसॉफ्ट अगले 12 महीनों में AI इंफ्रास्ट्रक्चर पर 460 अरब डॉलर से अधिक खर्च करेंगे। फिर भी, इन कंपनियों ने पिछली तिमाही में 22 अरब डॉलर का नुकसान दर्ज किया, जो अगले साल लगभग 30 अरब डॉलर तक जा सकता है।
कुछ एक्सपर्ट अब भी पॉजिटिव
तीसरी तिमाही के नतीजे उम्मीद से बेहतर रहे हैं। “मैग्निफिसेंट सेवन” कंपनियों के मुनाफे में 27% वृद्धि की उम्मीद है। हालांकि, एक्सपर्ट्स कहते हैं, अगर AI से कमाई तेज़ी से नहीं बढ़ी, तो बिग टेक को बड़ा झटका लग सकता है।



