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SIR CONTROVERSY | MA पास हूं, फिर भी फॉर्म ने पसीने छुड़ा दिए! – टी.एस. सिंहदेव

 

रायपुर, 24 नवंबर 2025। छत्तीसगढ़ में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर राजनीतिक गर्माहट लगातार बढ़ती जा रही है। एक ओर बीजेपी ने SIR सर्वे में गंभीर अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लिखित शिकायत दी है, वहीं दूसरी ओर अब पूर्व डिप्टी सीएम टी.एस. सिंहदेव ने भी SIR की प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

“मैं MA पास हूं… फिर भी 20 बार सोचना पड़ा” – टी.एस. सिंहदेव

सिंहदेव ने SIR फॉर्म भरने को बेहद जटिल करार दिया। उन्होंने कहा कि यदि पढ़े-लिखे लोगों को इतनी दिक्कत हो रही है, तो अबूझमाड़ और दूरस्थ गांवों में रहने वाले लोगों की स्थिति क्या होगी? उन्होंने कहा “मैं MA पास हूं और दुनिया भी देख चुका हूं। फिर भी फॉर्म भरते समय 20 बार सोचना पड़ा कि कहीं गलती न हो जाए। अगर मुझे ऐसा लगा तो दूर-दराज के लोगों का क्या होगा?” कांग्रेस ने इस प्रक्रिया को सरल बनाने और SIR की समय सीमा 3 महीने बढ़ाने की मांग की है।

नाम कटने की आशंका पर गंभीर टिप्पणी 

टी.एस. सिंहदेव ने कहा कि वर्तमान प्रक्रिया के तहत आधे से ज्यादा लोगों के नाम कट सकते हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि उनके घर की बहू का नाम स्वाभाविक रूप से 2003 की सूची में नहीं था। शादी गुना (मध्य प्रदेश) में होने के कारण वहां की 2003 की सूची खंगालकर नाम ढूंढना पड़ा, तब जाकर फॉर्म भरा जा सका।

सिंहदेव ने कहा “आप दावा कर सकते हैं कि हमने इतने प्रतिशत काम कर दिया, लेकिन सही तरीके से करेंगे तो आधे नाम आ ही नहीं सकते कट जाएंगे। फॉर्म ठीक नहीं भरा तो रिजेक्ट हो जाएगा और वर्तमान प्रक्रिया बहुत जटिल है।”

बीजेपी और कांग्रेस

गौरतलब है कि SIR का काम प्रदेशभर में तेजी से जारी है, लेकिन इस पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही सवाल उठा रहे हैं। बीजेपी जहां अनियमितताओं का आरोप लगा रही है, वहीं कांग्रेस प्रक्रिया को सरल और समय सीमा बढ़ाने की मांग कर रही है।

 

 

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