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लामबंद विपक्ष बोला- मोदी सरकार CBI का कर रही है दुरुपयोग, राज्यसभा-लोकसभा में हंगामा…

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में पुलिस आयुक्त से पूछताछ करने गए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के अधिकारियों के काम में बाधा पहुंचाए जाने और मुख्यमंत्री तथा तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के धरने पर बैठने के घटनाक्रम के बीच विपक्षी दलों ने मोदी सरकार पर केंद्रीय जांच एजेंसी के दुरुपयोग का आरोप लगाया है जबकि भाजपा ने ममता बनर्जी पर सीबीआई की कार्यवाही में बाधा डालने का आरोप लगाया है।
तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा में नेता डेरेक ओ’ब्रायन ने यहां संसद भवन परिसर में कहा कि पार्टी ने सभी विपक्षी दलों से बात की है और सबने मिलकर आगे बढ़ने का फैसला किया है। हमें संविधान, देश और संघीय ढांचे की रक्षा करनी है। उन्होंने बताया कि सभी विपक्षी दल इस मामले को लेकर निर्वाचन आयोग का दरवाजा खटखटाएंगे।
भाजपा की रूपा गांगूली ने तृणमूल प्रमुख पर संस्थानों तथा संवैधानिक पदों की गरिमा घटाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बनर्जी पहले भी केंद्र में मंत्री रहते हुए धरने पर बैठ चुकी हैं तथा अब वे मुख्यमंत्री रहते हुए धरने पर बैठकर संवैधानिक पदों की गरिमा कम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सीबीआई की टीम उच्चतम न्यायालय के आदेश पर कार्रवाई करने गई थी और उसे रोकना असंवैधानिक है।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि पहले केंद्र सरकार एक सीबीआई निदेशक को लेकर डरी हुई थी, अब वह सीबीआई का इस्तेमाल कर सबको डराना चाहती है। यदि किसी ने संस्थानों का राजनीतिकरण किया है तो वह भाजपा है। पश्चिम बंगाल के अलावा अन्य राज्यों से भी इस तरह की बातें सुनी जा रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव नजदीकी देखकर भाजपा नीत केंद्र सरकार ने सीबीआई का दुरुपयोग शुरू कर दिया है। सिर्फ समाजवादी पार्टी ऐसा नहीं कह रही है, सभी राजनीतिक दलों का यही मानना है।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि भाजपा जब से सत्ता में आई है, वह देश के लिए काम करने पर कम और विपक्षी दलों का अस्तित्व मिटाने पर ज्यादा ध्यान दे रही है। पिछले पांच साल में उनका फोकस इसी पर रहा है। भाजपा से ज्यादा भ्रष्ट कोई पार्टी नहीं है।
नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारुख अब्दुल्ला ने बनर्जी के आरोपों को सही ठहराया। उन्होंने कहा कि उनके आरोप सही हैं। देश खतरे में है क्योंकि यह तानाशाही की ओर बढ़ रहा है। वे (केंद्र सरकार) देश के स्वामी नहीं है। असली स्वामी जनता है।

लोकसभा में हंगामा
: इससे पहले लोकसभा में सदन की कार्यवाही शुरू होने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस तथा सदन के 7 अन्य दिवंगत पूर्व सदस्यों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद प्रश्नकाल शुरू हुआ, लेकिन हंगामे के कारण तत्काल ही सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। दोबारा जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने शोर-शराबे के बीच ही शून्यकाल की कार्यवाही शुरू की। इस दौरान उन्होंने तृणमूल, बीजद और कांग्रेस के सदस्यों ने पश्चिम बंगाल का मुद्दा उठाया।

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