THACKERAY BROTHERS | ठाकरे ब्रदर्स की मुलाकात के सियासी मायने, 6 साल बाद राज पहुंचे मातोश्री …

मुंबई, 26 जुलाई 2025। महाराष्ट्र की राजनीति में एक नई हलचल उस समय देखी गई जब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे ने रविवार को मातोश्री पहुंचकर अपने भाई और शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। यह मुलाकात उद्धव के जन्मदिन के मौके पर हुई, लेकिन इसके सियासी संकेत दूरगामी माने जा रहे हैं।
करीब 6 साल बाद राज ठाकरे का मातोश्री जाना विशेष महत्व रखता है। इससे पहले वह 2019 में अपने बेटे अमित ठाकरे की शादी का न्योता देने मातोश्री गए थे। वहीं 13 साल पहले बाल ठाकरे की तबीयत बिगड़ने पर भी राज वहां पहुंचे थे।
इससे पहले इस महीने की शुरुआत में दोनों भाइयों ने 20 साल में पहली बार साझा मंच साझा किया था, जब मराठी विजय रैली में राज और उद्धव एक साथ नजर आए।
उद्धव को जन्मदिन की बधाई और राहुल गांधी का समर्थन –
राज ठाकरे ने उद्धव को जन्मदिन की बधाई दी। वहीं, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी एक्स (Twitter) पर शुभकामनाएं देते हुए लिखा “शिवसेना अध्यक्ष और INDIA गठबंधन के साथी उद्धव ठाकरे जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। आप स्वस्थ रहें, दीर्घायु हों और महाराष्ट्र के लोगों के हितों की लड़ाई हम साथ मिलकर लड़ेंगे।”
क्या साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे ठाकरे ब्रदर्स?
हाल ही में दोनों नेताओं की बढ़ती नजदीकी को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं कि राज और उद्धव बीएमसी चुनाव मिलकर लड़ सकते हैं। शिवसेना (UBT) के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा कि “महाराष्ट्र की जनता चाहती है कि ठाकरे ब्रदर्स एक साथ आएं। अगर ऐसा होता है तो ये निकाय चुनावों में गठबंधन की शक्ल बदल सकता है।”
उद्धव का फडणवीस पर निशाना –
मराठी विजय रैली में उद्धव ठाकरे ने कहा “हम साथ रहेंगे, और यही वजह है कि साथ आए हैं। बीजेपी की ‘इस्तेमाल करो और फेंक दो’ नीति अब नहीं चलेगी।” उन्होंने यह भी कहा कि “हिंदुत्व पर किसी का एकाधिकार नहीं है, हमें हिंदुत्व सिखाने की जरूरत नहीं है।”
ठाकरे परिवार की यह मेल-मिलाप अब केवल एक पारिवारिक घटना नहीं रही, बल्कि इसके जरिये महाराष्ट्र में बदलते राजनीतिक समीकरणों का संकेत मिल रहा है। अगर दोनों भाई साथ आए तो मुंबई सहित पूरे राज्य की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।



