Chhattisgarh Chief Secretary Amitabh Jain: कौन हैं अमिताभ जैन? रिटायरमेंट से पहले मिला कार्यकाल विस्तार
Chhattisgarh Chief Secretary Amitabh Jain: छत्तीसगढ़ के प्रशासनिक गलियारों से बड़ी खबर सामने आई है। राज्य के मुख्य सचिव अमिताभ जैन
Chhattisgarh Chief Secretary Amitabh Jain: छत्तीसगढ़ के प्रशासनिक गलियारों से बड़ी खबर सामने आई है। राज्य के मुख्य सचिव अमिताभ जैन को केंद्र सरकार की ओर से सेवा विस्तार मिल गया है। सोमवार दोपहर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक के बाद यह फैसला सामने आया। पहले माना जा रहा था कि यह अमिताभ जैन का आखिरी कार्यदिवस होगा और नए मुख्य सचिव की नियुक्ति होगी, लेकिन केंद्र की मंजूरी के बाद उनके कार्यकाल को बढ़ा दिया गया है।
यह छत्तीसगढ़ के गठन के बाद पहली बार हुआ है जब किसी मुख्य सचिव को सेवा विस्तार (Extension) मिला है। इस फैसले ने प्रशासनिक हलकों को चौंका दिया है, क्योंकि सुब्रत साहू, अमित अग्रवाल और मनोज पिंगुआ जैसे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी मुख्य सचिव की दौड़ में माने जा रहे थे।
जबलपुर से शुरू हुई थी प्रशासनिक पारी
अमिताभ जैन 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत अविभाजित मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले से की थी, जहां वे 1 जून 1990 से 1 अगस्त 1991 तक सहायक कलेक्टर के पद पर रहे। इसके बाद नीमच में एसडीएम, सरगुजा में प्रोजेक्ट अधिकारी और ग्वालियर में एडिशनल कलेक्टर व सीईओ की जिम्मेदारी संभाली।
कलेक्टर के रूप में लंबा अनुभव
1 फरवरी 1997 को रायगढ़ जिले में बतौर कलेक्टर उनकी पहली नियुक्ति हुई। इसके बाद छतरपुर, होशंगाबाद, राजगढ़, नीमच जैसे जिलों में उन्होंने कलेक्टर की जिम्मेदारी संभाली। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद अमिताभ जैन ने छत्तीसगढ़ कैडर चुना और दो बार रायपुर के कलेक्टर भी बने। पहली बार 1 नवंबर 2000 को और दूसरी बार 21 मार्च 2004 को उन्हें रायपुर की कमान सौंपी गई।
मंत्रालयों की जिम्मेदारी और प्रमुख पद
अपने करियर के दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन के वित्त, वाणिज्य, उद्योग, लोक निर्माण, जनसंपर्क, आबकारी, वाणिज्यिक कर, योजना, गृह जेल, परिवहन और जल संसाधन जैसे अहम विभागों में सचिव, प्रमुख सचिव और अपर मुख्य सचिव के रूप में काम किया। इसके अलावा वे राज भवन, डायरेक्टर पब्लिक रिलेशन, आयुक्त जनसंपर्क, सेक्रेटरी कॉमर्शियल टैक्स, और संयुक्त सचिव औद्योगिक विकास निगम के पदों पर भी तैनात रहे।
केंद्र सरकार में निभाई अहम भूमिका
अमिताभ जैन केंद्र सरकार में सात साल की प्रतिनियुक्ति पर भी रहे हैं। इस दौरान उन्होंने वाणिज्य मंत्रालय में डायरेक्टर और संयुक्त सचिव के रूप में सेवाएं दीं। साथ ही लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में मिनिस्टर (इकोनॉमिक) के रूप में भारत और यूके के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में काम किया।
अब क्या आगे?
मुख्य सचिव पद की दौड़ में शामिल रहे सुब्रत साहू (1992 बैच), अमित अग्रवाल (1993 बैच, केंद्र में तैनात) और मनोज पिंगुआ (1994 बैच) जैसे वरिष्ठ अधिकारी अगले फेरबदल में प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं। लेकिन फिलहाल अमिताभ जैन को सेवा विस्तार मिलने से स्पष्ट है कि राज्य सरकार उनके अनुभव और प्रशासनिक दक्षता पर भरोसा जता रही है।
यह सेवा विस्तार प्रशासनिक रूप से एक बड़ा संकेत है कि जैन की नीतिगत समझ और कार्यशैली को राज्य सरकार आगामी महत्वपूर्ण योजनाओं और फैसलों के लिए अहम मान रही है।



