RESIDENTIAL PLOTS DEMAND | रेजिडेंशियल प्लॉट्स की बढ़ी डिमांड, फ्लैट्स छोड़ अब लोग बना रहे अपना सपना घर …

रायपुर। भारत में रियल एस्टेट बाजार एक बड़ा बदलाव देख रहा है। अब लोग हाई-राइज अपार्टमेंट्स की जगह रेजिडेंशियल प्लॉट्स को प्राथमिकता दे रहे हैं, ताकि वे अपने हिसाब से घर बना सकें। PropEquity की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2022 से मई 2025 तक देश के टॉप शहरों में करीब 4.7 लाख रेजिडेंशियल प्लॉट्स लॉन्च हुए, जिनमें से 52% टियर 2 शहरों से आए। इनकी अनुमानित कीमत ₹2.44 लाख करोड़ है।
किन शहरों में सबसे ज्यादा डिमांड?
हैदराबाद, इंदौर, बेंगलुरु, चेन्नई और नागपुर जैसे शहर प्लॉट्स की डिमांड में अग्रणी हैं। टियर 1 शहरों में भी बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई ने टॉप 10 में जगह बनाई है। केवल 2025 के पहले 5 महीनों में ही 45,591 प्लॉट्स लॉन्च हुए।
क्यों बढ़ रही है प्लॉट की मांग?
PropEquity के CEO समीर जसूजा के अनुसार, “महामारी के बाद प्लॉट्स एक सुरक्षित निवेश बनकर उभरे हैं। इसमें लचीलापन है, कीमतें बढ़ने की संभावना है, और इनकी लिक्विडिटी भी अच्छी होती है। डेवलपर्स के लिए प्लॉट्स जल्दी बिकते हैं और कम शुरुआती निवेश में ज्यादा कैश फ्लो देते हैं।”
इंदौर और रायपुर जैसे शहरों में उछाल
2024 में इंदौर, रायपुर, कोयंबटूर और मैसूर में प्लॉट्स की कीमतों में जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इंदौर ने 26,538 यूनिट्स के साथ सबसे ज्यादा लॉन्च किए। चेन्नई, कोयंबटूर और सूरत में भी सप्लाई बढ़ी है।
2024 में 27% कीमत वृद्धि
2024 में प्लॉट्स की औसत लॉन्च कीमत 27% बढ़कर ₹3,679 प्रति वर्ग फुट हो गई। हालांकि टॉप 10 शहरों में कुल सप्लाई में साल दर साल 23% की कमी भी दर्ज की गई, लेकिन टियर 2 शहरों में यह गिरावट नहीं दिखी।
जैसे-जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ रहा है और लोग पर्सनलाइज्ड घरों की ओर बढ़ रहे हैं, रेजिडेंशियल प्लॉट्स रियल एस्टेट की नई पसंद बनते जा रहे हैं। निवेशकों और डेवलपर्स दोनों के लिए यह बदलाव लाभकारी हो सकता है।



