रायपुर। केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि बस्तर में नक्सली बहुत थोड़े क्षेत्र में सिमटकर रह गए हैं। वो समय दूर नहीं जब बस्तर से नक्सलवाद पूरी तरह मिट जाएगा।
प्रकाश जावड़ेकर आज एकात्म परिसर में मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा- नक्सलियों ने कल बीजापुर क्षेत्र में ड्यूटी पर तैनात सीआरपीएफ के चार जवानों की हत्या कर दी, जो कि बेहद दुखद है। नक्सली पहले बस्तर के 7 हजार किलोमीटर क्षेत्र में फैले हुए थे। अब एक तिहाई क्षेत्र में सिमटकर रह गए हैं। पिछले 5 वर्षों में 350 नक्सलियों को मार गिराया गया। 5 हजार से ज्यादा नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं। वास्तविकता यह है कि 2000 से 2003 के बीच छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद चरम पर था। यह कांग्रेस के कारण पैदा हुआ। नक्ससलवाद को लेकर कांग्रेस की पॉलिसी हमेशा दुविधा वाली रही। कांग्रेस नेताओं के पॉकेट में नक्सलियों के नंबर रहते हैं। सरगुजा में नक्सलवाद खत्म हुआ। उसी तरह बस्तर में भी पूरी तरह खत्म हो जाएगा। धमतरी व कांकेर जैसे स्थानों में अब नक्सलियों का अस्तित्व नहीं रहा। छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश, तेलांगाना एवं महाराष्ट्र जैसे राज्य तालमेल बिठाकर नक्सलवाद के खिलाफ अच्छी लड़ाई लड़ रहे हैं।
जावड़ेकर ने कहा- कभी 16 प्रदेशों में कांग्रेस की सत्ता थी, जो कि अब 4 राज्यों में सिमटकर रह गई है। आज 19 राज्यों में भाजपा की सरकार है। जो गरीब वोटर कभी इंदिरा जी की तरफ था आज भाजपा व मोदी जी की तरफ आ गया। कांग्रेस गरीबों को केवल झुनझुना पकड़ाते रही। गरीब के मन में विकास की जो आकांक्षा थी वो मोदी सरकार के आने के बाद पूरी हुई। गरीबों के आवास के लिए डेढ़ लाख सीधे उनके खाते में गया। राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे तब उन्होंने कहा था दिल्ली से सौ रुपया भेजता हूं तो गरीबों तक 15 रुपये ही पहुंचता है। मोदी सरकार में सौ के सौ रुपये जरुरतमंदों तक पहुंच रहे। कांग्रेस की सरकार में मनरेगा के लिए 27 हजार करोड़ देश भर में दिया गया था। मोदी सरकार ने इससे डबल दिया। इससे रोजगार बढ़े। डॉ. रमन सिंह पहले से ज्यादा सीटें लाकर चौथी बार सरकार बनाएंगे। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनना ही चाहिए। लेकिन यह अगले साल होने जा रहे लोकसभा चुनाव का एजेंडा नहीं होगा। राम मंदिर बने यह राष्ट्रीय भावना है। देशवासियों की इच्छा है।