छत्तीसगढ़

नक्सली समस्या सरकार के नियंत्रण के बाहर- शेरगिल

रायपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने आज कहा प्रदेश सरकार कहती रही थी कि नोटबंदी से नक्सलियों की फडिंग खत्म हो गई और धीरे धीरे नक्सलवाद स्वमेव समाप्त हो जाएगा। कल बीजापुर में नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 5 जवानों की शहादत हुई उससे यह साफ हो गया कि सरकार अब तक नक्सली समस्या को लेकर केवल जुमलेबाजी करती रही है। नक्सली समस्या सरकार के नियंत्रण के बाहर है।
राजीव भवन में मीडिया से बातचीत करते हुए शेरगिल ने कहा कि भाजपा सरकार जवानों का केवल इस्तेमाल करती है। उनकी सुरक्षा व परिवार की खुशहाली का कोई ख्याल नहीं। नोटबंदी के बाद पिछले 2 साल में 23 बड़े नक्सली हमले में 97 जवान शहीद हुए एवं 121 नागरिकों की जान गई। पिछले साल सुकमा में हुआ नक्सली हमला पिछले सात सालों का सबसे बड़ा हमला था, जिसमें 26 जवान शहीद हुए। इस वर्ष सुकमा में 9 एवं बीजापुर में 5 जवानों की शहादत हुई। मोदी सरकार ने लोकसभा में जवाब देते हुए कहा था कि पिछले 3 वर्षों में नक्सली हमलों में गिरावट आई, जबकि सच्चाई कुछ और है। यह सच है कि वर्ष 2015 में 1089 नक्सली हमले हुए थे जो कि 2016 में घटकर 1048 और 2017 में 908 रह गए। वहीं दूसरी तरफ इन हमलों में 2015 में 57 जवान शहीद हुए और 93 लोग मारे गए। वहीं 2016 में शहीद जवानों की संख्या बढ़कर 66 और स्थानीय नागरिकों की मौत का आंकड़ा 123 हो गया। 2017 में 74 जवान शहीद हुए। वास्तविकता यह है कि यूपीए सरकार के आखरी 4 सालों में नक्सली हमलों की संख्या घटकर आधी रह गई थी। प्रदेश सरकार की नक्सलवाद को खत्म करने की नीयत नहीं इसका खुलासा पंजाब के पूर्व डीजीपी के पी एस गिल ने किया था। छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने गिल को एक साल के लिए एंटी नक्सल स्ट्रेटजी विभाग का अध्यक्ष बनाया था। गिल ने नक्सलवाद के उन्मूलन के लिए जब सूझाव रखे सरकार की तरफ से उन्हें कहा गया कि वे तनख्वाह लें और सरकारी सुविधाओं का आनंद उठाएं। क्या नक्सलियों से बातचीत करते नक्सली समस्या का समाधान निकाला जा सकता है इस सवाल पर शेरगिल कहा कि नक्सली हमारे जवानों को मार रहे हैं। देश को तोड़ने का काम कर रहे हैं। फिर उनसे कैसी बातचीत। उन्होंने कहा कि भाजपा के जो नेता कह रहे कि कांग्रेस नक्सलावाद का समर्थन करती है और यदि उनकी बात में सच्चाई है तो फिर हमारे खिलाफ एफआईआर क्यों नहीं कराते

Related Articles

Back to top button