छत्तीसगढ़

कुशालपुर इलाके में स्वास्थ्य शिविर लगाकर पीलिया की जांच

10 बच्चे प्रभावित लोगों को बांटी जा रही दवाएं, नालियों की साफ-सफाई भी

रायपुर। राजधानी के कुशालपुर इलाके में पीलिया से 8 बच्चों के ग्रसित होने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया। शनिवार को कुशालपुर में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर निगम अमला नालियों की साफ सफाई में जुट गया है। इसके साथ ही लोगों को इसके सावधानी के बारे में बताया जा रहा है। स्वास्थ्य शिविर में जिला चिकित्सालय के डॉक्टर जांच कर मुफ्त में लोगों को दवाओं का वितरण कर रहे हैं। डॉक्टरों के मुताबिक दूषित पानी की वजह से बच्चों को पीलिया में पीलिया फैला है। बहरहाल डॉक्टरों की टीम शिविर लगाकर लोगों की जांच कर रही है। साथ है एहतियात बरतने के साथ लोगों को मुफ्त में दवाएं दी जा रही है।
8 बच्चों में पीलिया के प्रारंभिक लक्षण दिखे हैं। जो बच्चे पीलिया से प्रभावित हुए हैं, उनमें 10 साल के पेमेंद्र ठाकुर, 8 साल की पीपासा ठाकुर, 10 साल के प्रतीक वर्मा, माही मानिकपुरी, मोहित कर्मा, छाया मिश्रा और अनय कौशिक शामिल हैं। पूरा मामला कुशालपुर के तुलसी नगर का है। जिसके बाद 8 से 10 वर्ष के आठ बच्चे बीमार पड़ गये। जब इनका उपचार कराया गया तो सभी बच्चों में पीलिया की शिकायत मिली। अब इस पूरे मामले में बीमार बच्चे के परिजनों का आरोप हैं कि बर्फ वाले ने खराब पानी के बने सिल्ली का उपयोग किया। इसी वजह से मोहल्ले के बच्चे पीलिया से ग्रसित हुए। फिलहाल पूरे मामले की जांच स्वास्थ्य विभाग की टीम करा रही है। वहीं पीलिया की शिकायत मिलने के बाद से ही मोहल्ले में हडकंप मचा है।
शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग की टीम सतर्क
कमिश्नर शिव अनंत तायल के निर्देश पर नगर निगम, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम व महामारी नियंत्रण सेल ने एक साथ कुशालपुर क्षेत्र के तुलसी नगर में पीलिया की शिकायत मिलते ही तत्काल अपनी कार्यवाही शुरू कर दी। जल परीक्षण में आपूर्ति की जा रही पानी की गुणवत्ता पूरी तरह से तय मानकों के अनुरुप पाई गई है, अत: प्राथमिक तौर पर संभावना है कि पीडि़त बच्चे छुट्टियों के बाद किसी दूसरे गांव से लौटे हैं, जहां दूषित पेय या खाद्य का सेवन किया होगा। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 7 बच्चों में पीलिया के लक्षण पाए गए हैं, जिनमें से दो बच्चों को नारायणा अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया गया है। जिनकी स्थिति भी सामान्य व पूरी तरह से खतरे से बाहर है।
शेष बच्चों को घर पर ही चिकित्सकों की निगरानी में दवा दी जा रही है। इस क्षेत्र में पीलिया संक्रमण के हालात नही है और स्थिति पूरी तरह से सामान्य व नियंत्रण में हैै। कल शनिवार से इस क्षेत्र में एहतियात के तौर पर स्वास्थ्य शिविर का संचालन भी होगा। महापौर प्रमोद दुबे ने आला अधिकारियों से इस संबंध में पूरी जानकारी लेकर दिशा निर्देश दिए हैं।

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