रायपुर। भारत पाकिस्तान क्रिकेट मैच की तरह छत्तीसगढ़ में भाजपा-कांग्रेस के बीच चल रहे चुनावी घमासान पर भी सट्टा बाजार गहरी रुचि दिखा रहा है। भले ही आज छत्तीसगढ़ में मतदान के दूसरे चरण वाले दिन शिक्षित एवं नौकरी पेशा वर्ग वही पुरानी एंटी इकंबेंसी की बात करते नजर आया हो, लेकिन सट्टा बाजार की तस्वीर कुछ और ही सामने आ रही है। सट्टा बाजार में भाजपा के पक्ष में रेट कम खुला नजर आ रहा है। यानी सट्टा बाजार रमन सरकार के रिपीट होने के संकेत दे रहा है। सट्टेबाजों का कहना है कि अगर कोई शख्स भाजपा पर दस हजार रुपये लगाता है और अगर पार्टी फिर से सत्ता में आती है तो उसे 11 हजार मिलेंगे। वहीं अगर कांग्रेस पर कोई 4400 रुपये लगाता है और अगर कांग्रेस सरकार बनाती है तो उसे दस हजार रुपये मिलेंगे। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस में बड़े से लेकर हर छोटा नेता कम से कम 50 सीट के साथ सरकार बनाने का दावा कर रहा है। वहीं 50 से ऊपर सीट जीतने के दावे भाजपा की तरफ से भी हो रहे हैं। दूसरी तरफ जोगी खेमे में जुमला चल हुआ है- दर्जन भर सीट लाएंगे, सरकार बनाकर दिखाएंगे। मतलब इस बार दो नहीं तीन पार्टियों की मुख्यमंत्री सीट पर नजर है।