रायपुर। राजधानी रायपुर के न्यू सर्किट हाऊस के आडिटोरियम में आज धमतरी, कांकेर, महासमुंद और रायपुर जिले की चार विधानसभाओं के रिटर्निंग, सहायक रिटर्निंग ऑफिसर, उप जिला निर्वाचन अधिकारी और जिलों के मास्टर ट्रेनर्स को मतगणना की बारीकियों से अवगत कराया गया। विधानसभा निर्वाचन के तहत आगामी 11 दिसंबर को जिला मुख्यालयों में मतगणना का कार्य संपन्न होगा। मतगणना ठीक सुबह 8 बजे से प्रारंभ होगी।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से आए स्टेट मास्टर ट्रेनर ने मतगणना के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन, वीवीपैट से वोटों की गिनती, सारणीकरण व उसकी डेटा एन्ट्री, मतगणना के लिए प्रशासनिक व सुरक्षा व्यवस्था, गणनाकर्मी और गणना अभिकर्ता की नियुक्ति, डाक मतपत्रों की गणना, प्रमुख वैधानिक प्रावधान, मतगणना केन्द्रों में आधारभूत संरचना की व्यवस्था, परिणामों की घोषणा और अनुगामी कार्यवाही तथा मतगणना पूरी होने के बाद ईवीएम और निर्वाचन सामग्रियों को सील करने के संबंध में विस्तार से जानकारी प्रदान की।
मास्टर ट्रेनर्स ने बताया कि मतगणना केन्द्र में मतगणना कार्य में नियुक्त गणना सुपरवाईजर एवं गणना सहायक, आयोग द्वारा अधिकृत व्यक्ति, निर्वाचन ड्यूटी में लगाए गए सरकारी अधिकारी-कर्मचारी, अभ्यर्थी, उनके मतदान अभिकर्ता एवं गणना अभिकर्ता जारी प्रवेश पत्र के साथ ही प्रवेश कर सकेंगे। गणना हॉल में मोबाइल फोन प्रतिबंधित रहेगा। मतगणना में तैनात किए जाने वाले मतगणना सुपरवाइजर, मतगणना सहायक और माइक्रो आब्जर्वरों का भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षक की उपस्थिति में मतगणना के 24 घण्टे पहले विधानसभावार रेण्डमाईजेशन किया जाएगा। मतगणना के दिन सुबह 5 बजे टेबल का आबंटन किया जाएगा। सभी गतिविधियों की अनिवार्य रूप से वीडियोग्राफी करायी जाएगी। प्रत्येक विधानसभा के लिए प्रत्येक हॉल में ईवीएम से मतों की गणना के लिए 14-14 टेबल लगायी जाएंगी। प्रत्येक टेबल पर एक गणना निरीक्षक (राजपत्रित अधिकारी), एक गणना सहायक, एक माइक्रो आब्जर्वर (केन्द्र सरकार का अधिकारी) और एक ग्रुप डी कर्मचारी होंगे। इसके अलावा रिजर्व स्टॉफ भी नियुक्त किए जाएंगे। मतगणना सुबह 8 बजे से प्रारंभ हो जाएगी। सबसे पहले डाकमत पत्रों की गिनती शुरू होगी। उसके 30 मिनट बाद 8.30 बजे से ईवीएम के वोटों गिनती प्रारंभ हो जाएगी। आयोग द्वारा प्रदत्त प्राधिकारपत्रधारी मीडिया प्रतिनिधियों के लिए मतगणना केन्द्र में एक मीडिया सेंटर भी होगा। यहां वे अपने मोबाइल फोन रख सकेंगे। प्रशिक्षण में मतगणना केन्द्रों में दूरसंचार, इंटरनेट, विद्युत, जनरेटर, पेयजल व्यवस्था, परिणामों की घोषणा के लिए लाउड स्पीकर, आपात चिकित्सा व्यवस्था, अग्निशमन यंत्र तथा कानून व्यवस्था आदि के संबंध में विस्तार से अवगत कराया गया।