छत्तीसगढ़

रायपुर : घर से भागी प्रेमिका, चार दिन बाद ही प्रेमी ने शक में गला घोंटा

देववंती की हत्या उसके प्रेमी यशवंत कुमार ने दुपट्टे से गला घोंटकर की थी

रायपुर। उरला थाना क्षेत्र के बाना गांव के पास खारुन नदी में 15 दिसंबर की सुबह मिली कुमारी देववंती (22) पिता गजरूप मरकाम की लाश की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। देववंती की हत्या उसके प्रेमी यशवंत कुमार ने दुपट्टे से गला घोंटकर की थी।

लाश को ठिकाने लगाने के लिए यशंवत ने साथी मजदूर रमेश कुमार की मदद ली थी। दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के बाद से दोनों रावांभाठा और सिलतरा की फैक्टरी में काम कर रहे थे।

उरला थाना प्रभारी द्वारिका प्रसाद श्रीवास ने बताया कि मप्र के डिंडौरी जिले के छपरा गांव निवासी देववंती को गांव के ही यशवंत पड़वार उर्फ अमित से प्रेम हो गया था। घर वालों को जब दोनों के प्रेम का पता लगा तो उनके मिलने-जुलने पर बंदिशें लगा दीं। तब 11 दिसम्बर को दोनों गांव से भागकर रायपुर के ग्राम कारा स्थित सांई ब्रिक्स में मजदूरी करने लगे।

पास में ही लेबर क्वाटर में दोनों रह रहे थे। 14 दिसम्बर की रात में आंगन में देववंती को मोबाइल पर हंसते हुए बात करते यशवंत ने देख लिया था। उसने पूछा कि किससे बात कर रही हो? देववंती ने जब जबाव नहीं दिया तो यशवंत उसके चरित्र पर शक करने लगा।

इस बीच देववंती ने जिस नंबर से बात की थी उसे मोबाइल से डीलिट कर दिया। इस बात को लेकर दोनों के बीच जमकर विवाद हुआ। देववंती ने यशवंत को डंडा मारा, तब गुस्से में आकर उसने देववंती के दुपट्टे से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।

हत्या के बाद यशवंत ने साथी मजदूर रमेश कुमार को सच्चाई बताकर लाश को ठिकाने लगाने मदद मांगी। दोनों एक्टीवा से देववंती की लाश लेकर बाना गांव के पास खारून नदी खार पहुंचे और लाश को नदी में डालकर वापस लौट गए।

पुलिस को चकमा देने के लिए बदलता रहा लोकेशन
टीआइ ने बताया कि हत्या के दूसरे दिन ही देववंती की लाश मिलने और शिनाख्त होने पर जब पुलिस का शक यशवंत पर गया तो वह रमेश के साथ फरार हो गया। यशवंत रावांभाठा में किराए का मकान लेकर रहने लगा और पास की एक प्लाईवुड फैक्टरी में सुरक्षा गार्ड का काम करने लगा, जबकि रमेश सिलतरा में एक ईंट भट्टे में काम कर रहा था।

दोनों आरोपियों के मोबाइल का लोकेशन लगातार बदल रहा था। पुलिस लगातर लोकेशन को ट्रेस करती रही। आखिरकार यशवंत हत्थे चढ़ गया। मंगलवार रात को रमेश को भी भाटापारा से गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों ने हत्या में शामिल होना स्वीकार कर लिया है।

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