यात्री लोग कृपया ध्यान दे टिकट ही पैसा है, टिकट गुम हुई तो नहीं मिलेगा एक भी रूपए
बिलासपुर। ट्रेन में सफर करने के लिए आप टिकट बुक करा रहे है और वह टिकट किसी कारणवश आप से गुम हो जाए और फिर आप रेलवे से उस गुम हुई टिकट का पैसा मांगने चाह रहे है तो यह आपको नहीं मिलेगा, चूंकि रेलवे जारी की हुई टिकट पर ही विश्वास रखता है या यूं कहें उसी टिकट पर यात्रियों को रूपए रिफंड करता है, ऐसा ही वाक्या बुधवार को स्टेशन में गुम हुई टिकट का रूपए वापस लेने स्टेशन पहुंचा वहां उसको रेलवे द्बारा बताया गया कि आप के पास ऑरीजनल टिकट नहीं है इसलिए आपको पैसे वापस नहीं मिल सकेगा, जिसके बाद वह थक-हार के वापस खाली हाथ लोट गया। पेण्ड्रा लाईन में काम चलने की वजह से कई ट्रेने रद्द हो गई है जिससे लोगों को कॉफी परेशान होना पड़ रहा है। कई यात्री दुसरे ट्रेनों में टिकट करा रहे है तो कई अपनी यात्रा की तारीख बदलवा रहे थे इन सब में यात्रियों को ही जहमत उठानी पड़ रही है प्रबंधन इस पर ध्यान नहीं दे रहा।
के श स्टडी
गोड़पार निवासी श्यामल तिवारी ने रीवा – बिलासपुर ट्रेन से सतना से बिलासपुर के आने के लिये 12 फरवरी को अपने साथ मम्मी की भी टिकट बुक कराई थी, मगर रेलवे द्बारा ट्रेन कैंशल हो जाने से उनकी टिकट भी रद्द हो गई, मगर इनसे यह टिकट गुम हो गई थी उसने
सतना से फोनकर यह सूचना अपने बिलासपुर में रहने वाले परिवार को दी इस पर यहां के उनके परिजन स्टेशन रिफंड लेने पहुंच गये यहां स्टेशन में रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि ऑरीजनल टिकट पर ही रूपए रिफंड हो सकता है और किसी में नहीं चाहे आप के पास आईडी प्रूफ भी हो मगर नहीं चलेगा।
डुप्लीकेट टिकट में नहीं कोई प्रावधान
इन्होनें जब ओरिजनल टिकट नहीं है तो रेलवे से कहा कि मेरी टिकट डिटेल के अनुसार डुप्लीकेट टिकट जारी कर दिजीए जिससे रूपए रिफंड हो जाए इस पर भी आपत्ति जताते उन्होने कहा कि डुप्लीकेट टिकट पर रूपए रिफंड करने का कोई ऐसा नियम ही नहीं है।
रेलवे काउंटर के टिकट पर रिफंड नहीं, ऑनलाईन होता तो मिल जाता
अधिकारी ने रिफंड लेने की जद्दोजहद में लगे परिजन को बतया कि गुम हुई यही टिकट ऑनलाईन बुक कराई होती तो उस पर रेलवे रूपए रिफंड कर देता है चुंकि यह टिकट रेलवे काउंटर से बुक कराई है तो इस पर कोई रिफंड नही होगा।
ऑरिजनल टिकट पर कोड रहता है
रेलवे से उन्होनें पूछा कि ऑरिजनल टिकट पर ही क्यो रिफंड दिया जाता है,डुप्लीकेट में क्यो नहीं मेरे पास तो गुम हुई टिकट की पुरी जानकारी है और आईडी फु्र फ भी इन्होने जबाब दिया कि ऑरीजनल टिकट पर एक कोड होता
है जिसके लिखने से जो कम्प्युटर में दर्ज जानकारी है उसी से वह ओपन होता है इसलिए यह जरूरी है।
हेल्प डेस्क तक नही रेलवे स्टेशन पर
रेलवे लाईन में काम करने की वजह से दर्जनों ट्रेन रद्द चल रही है जिससे लोगो बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है मगर रेलवे जोन के सबसे बड़े स्टेशन में यात्रियों के लिए एक हेल्प डेस्क तक नहीं है जिससे लोगों को इधर से उधर भटकना पड़ रहा है।