छत्तीसगढ़

प्रदेश में महंगी बिजली खरीदी की जांच होगी विधानसभा में गूंजा छत्तीसगढ़ में बिजली उत्पादन और बिक्री का मुद्दा

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में सोमवार को जेसीसीजे विधायक अजीत जोगी ने छत्तीसगढ़ में बिजली उत्पादन को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने पूछा कि पिछले तीन सालों में किन राज्यों को किस दर पर बिजली विक्रय किया गया। इस पर अपने जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि पिछले तीन साल में छत्तीसगढ़ में 8 लाख 69 हजार 315.26 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ। उन्होंने आगे बताया कि स्टेट सेक्टर, सेंट्रल सेक्टर, निजी केप्टिव पॉवर प्लांट सहित निजी सोलर प्लांट से उत्पादन हुआ। इसमें से राज्य के उपभोक्ताओं को 74 हजार 648.85 मिलियन यूनिट प्रदाय की ग अई। इस पर जोगी ने पूरक प्रश्न किया कि सरकार द्वारा 3 रुपए प्रति यूनिट की दर से बेची गई और 9 रुपये की दर से खरीदी गई। इसकी जांच करायेंगें क्या? इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि तथ्य उपलब्ध कराने पर जांच कराई जाएगी। वहीं कांग्रेस के धनेंद्र साहू ने पूछा कि छत्तीसगढ़ विद्युत मण्डल द्वारा प्रदेश के बाहर किन-किन प्रांतों को बिजली बेची गई है और किस-किस प्रांतों को देने के लिए टांसमिशन लाइन बिछाई गई। उन्होंने यह भी जानना चाहा कि वर्तमान में कुल कितनी बिजली का उत्पादन हो रहा है, किसानों को बिजली नही पहुंच रही है। जवाब में मुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ से केरल और तेलंगाना को बिजली बेची गई। उन्होंने कहा कि प्रश्न बहुत विस्तरित है इसलिए लिखित उत्तर दिया जाएगा। इसी तरह भाजपा विधायक सौरभ सिंह ने जांजगीर चापा में बलौदा विकासखंड में विद्युत सब स्टेशन निर्माण की स्वीकृति की जानकारी मांगी। मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने बताया कि 132 केवी विद्युत सब स्टेशन निर्माण का प्रस्ताव है, लेकिन छत्तीसगढ़ स्टेट पवार टांसमिशन कंपनी लिमिटेड द्वारा स्वीकृति नही है। लोड बढ़ेगा डिमांड बढ़ेगी तब स्वीकृति दी जाएगी।

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