छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ के गांव का त्यौहार हरेली त्यौहार का असर

पहली बार सरकारी आयोजन और शासकीय अवकाश के चलते पूरे छत्तीसगढ़ में हरेली तिहार का जोश दिखा। पहली बार मुख्यमंत्री निवास में हरेली पर्व में पारंपरिक पूर्जा अर्चना के साथ विविध आयोजन हुए और राजधानी के राजपथ पर दिखा गेड़ी नृत्य, गेड़ी दौड़, राऊत नाचा, पंथी एवं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों की झलकी। मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष सभी मंत्री, सांसद एवं कई विधायक पूरे 27 जिले में आयोजित इस कार्यक्रम में शिरकत किए। हरेली त्यौहार पर सांस्कृतिक आयोजन भी हुआ। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मंत्री कवासी लखमा, वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा के साथ पहली बार मुख्यमंत्री निवास में हरेली के अवसर पर पूजा अर्चना की उसके बाद गेड़ी पर चढ़कर गीतों की लय के साथ विभिन्न वाद्य यंत्रों की धून में कदम ताल करते हुए गेड़ी नृत्य और गेड़ी दौड़ का प्रदर्शन किया वह आकर्षण का केन्द्र बना।
मुख्यमंत्री निवास में एक झूले में मुख्यमंत्री के साथ सत्यनारायण शर्मा और कवासी लखमा झूले में बैठे और उसके बाद बैलगाड़ी में चढ़कर राजपथ पर निकली । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरकारी निवास के अलावा बाहर स्थित मंच पर प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के सब्बो निवासी मन ला हरेली तिहार के बहुत बहुत बधाई। हमर छत्तीसगढ़ के कृषि संस्कृति के अनुसार हरेली हा पहली तिहार ए। गांव-गंवई के जिनगी मा खेती के स्थान महतारी असन होथे . खेती हा महतारी असन हमर भरन पोसन करथे . एखरे सेती सावन के अमावस के ए तिहार हा जन जन के जिनगी से जुड़ जथे। हरेली हा हमर धरती माता के हरियाली के संदेस लेके आथे, अउ संग में हमर संस्कृति के संदेस घलो लेके आथे। हमर सामने ए समय चुनौती हे कि हम अपन संस्कृति ला कइसे बचाबो. आप मन के सरकार हा इही बात ला सोच के हरेली तिहार के छुट्टी देके फैसला करीस हे। आवव, हम अपन परंपरा ला, नवा जीवन दे बर हरेली ला खूब धूम धाम से मनावन। अऊ ये तिहार ला हर बरस मनाबोन, मुख्यमंत्री का पूरा संदेश व उद्बोधन आज छत्तीसगढ़ी भाषा में था।
आबकारी एवं उद्योग तथा वाणिज्य मंत्री कवासी लखमा भी सांस्कृति कार्यक्रम में ऐसे रमे कि उनका भी नृत्य और संगीत में उत्साह के साथ सहभागिता देखते ही बना। उन्होंने भी इस आयोजन के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सोच को बधाई दी और कहा कि यह एक बड़ी पहल है और छत्तीसगढ़ वासियों की भावाओं की पहल है। सबकी भावनाओं का सम्मान हो रहा है इसलिए आज पूरा छत्तीसगढ़ हरेलीमय है।
हरेली पर्व को सरकारी का आयोजन का स्वरूप देने के लिए मंत्री ताम्रध्वज साहू, वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा, रामेंद्र नाथ मिश्रा, दिलीप षडंगी, सीमा कौशिक एवं अन्य उपस्थित कलाकारों ने भी अपनी-अपनी प्रतिक्रिया में यही कहा कि आज महका है छत्तीसगढ़ी पर्व की खुशबू पूरे प्रदेश में और इस पहल के लिए भूपेश बघेल सहित पूरे मंत्रिमंडल को बधाई जिन्होंने अपनी परंपरा, अपनी पहचान पर्व के प्रति न केवल आयोजन का स्वरूप दिया बल्कि सबकी सहभागिता के लिए अवकाश की घोषणा भी की यह बहुत ही प्रशंसनीय एवं स्वागत योग्य है। छत्तीसगढ़ में पहली बार छत्तीसगढ़ में हरेली त्यौहार का सरकारी आयोजन हुआ और इन आयोजनों में मुख्यमंत्री मंत्री विधानसभा अध्यक्ष एवं अन्य प्रमुखजन जिलों में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस कड़ी में आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर, बिलासपुर एवं दुर्ग मंत्री ताम्रध्वज साहू रायपुर विक्रम मंडावी बलौदाबाजार, गुलाब कामरो गरियाबंद, लक्ष्मी ध्रुव महासमुंद, मंत्री कवासी लखमा धमतरी विधायक लालजीत सिंह राठिया दुर्ग, बृहस्पत सिंह बालोद, मंत्री श्रीमती अनिला भेडिय़ा बेमेतरा मंत्री मो.अकबर राजनांदगांव विधायक ममता चंद्राकर कबीरधाम, विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत कोरबा, मंत्री रविन्द्र चौबे रायगढ़, विधायक पुरुषोत्तम कंवर मुंगेली मंत्री टीएस सिंह देव जांजगीर-चांपा मंत्री शिव डहरिया सरगुजा सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत कोरिया मंत्री अमरजीत भगत जशपुर मंत्री उमेश पटेल बलरामपुर विधायक खेलसाय सिंह सूरजपुर मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम जगदलपुर मंत्री रुद्रगुरु कांकेर विधायक मोहन मरकाम कोंडागांव संतराम नेताम सुकमा दीपक बैज सांसद नारायणपुर लखेश्वर बघेल बीजापुर एवं राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल दंतेवाड़ा में मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए। इस दौरान विविध कार्यक्रम का आयोजन हुआ।

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