निर्वाचन कार्य में निष्पक्षता, पारदर्शिता और स्पष्टता बनायें रखें: कलेक्टर
बिलासपुर । लोकसभा आम निर्वाचन 2019 में निष्पक्षता, पारदर्शिता और स्पष्टता बनायें रखें। व्यवहार एवं कार्य से यह परिलक्षित नहीं होना चाहिये कि आप निष्पक्ष नहीं है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅ.संजय अलंग ने आज निर्वाचन कार्य के संचालन के संबंध में पुलिस एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों को यह निर्देश दिया। बैठक में जिले के पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक मीणा भी उपस्थित थे।
मंथन सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने निर्वाचन के दौरान आमसभा, रैली, जुलूस आदि के आयोजन हेतु राजनैतिक दलों एवं अभ्यर्थियों से आवेदन प्राप्त होने पर पुलिस एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों को आपसी सामंजस्य से समयावधि में इनका निराकरण करने का निर्देश दिया। पुलिस अधीक्षक ने सभी एसडीएम से कहा कि रैली, सभा, जुलूस के लिये अनुमति जारी करने के साथ ही संबंधित क्षेत्र के पुलिस को भी इसकी जानकारी दें जिससे कानून एवं व्यवस्था की स्थिति निर्मित न हो। उन्होंने प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियों के लिये सभी एसडीएम व सिटी मजिस्ट्रेट को पुलिस विभाग से समन्वय बनाकर कार्य करने कहा। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि संवेदनशील मतदान केन्द्रों की सुरक्षा व्यवस्था हेतु व्यापक इंतजाम किये जायेंगे। मतदान केन्द्रों की सुरक्षा के लिये फारेस्ट गार्ड और कोटवारों की भी मदद ली जायेगी।
कलेक्टर डाॅ.अलंग ने बताया कि व्यय अनुवीक्षण, आचार संहिता की दृष्टि से जिले में 17 स्थैतिक निगरानी दल एवं 21 उड़नदस्ता दलों का गठन किया गया है। इन दलों में पुलिस अधिकारी और मजिस्ट्रेट तैनात किये गये हैं। सी-विजिल एप के माध्यम से प्राप्त शिकायतों के निराकरण हेतु संबंधित दल को प्रेषित किया जायेगा। इसलिये दल में तैनात मजिस्ट्रेट एवं पुलिस अधिकारी अपने मोबाईल में सी-विजिल एप को अनिवार्य रूप से डाउनलोड करें। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि सभी स्थैतिक दल अनिवार्य रूप से रजिस्टर बनायें तथा जिस चेक पोस्ट पर ये दल तैनात रहेंगे वहां से आने-जाने वाले लोगों की एण्ट्री रजिस्टर में करेंगे। स्थैतिक दलों को यह अच्छी तरह पता रहे कि उनकी ड्यूटी क्या है। स्थैतिक दल और उड़नदस्ता दल संबंधित थानों के सतत् सम्पर्क में रहे। समस्त चेक पोस्ट में टेंट, लाईट एवं वीडियोग्राफी की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
मतदान दलों, सुरक्षाकर्मियों और निर्वाचन में लगे अन्य कर्मियों के परिवहन हेतु आवश्यकतानुसार वाहनों का अधिग्रहण आपसी सामंजस्य से किये जाने का निर्देश दिया। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि कोलाहल नियंत्रण अधिनियम के तहत सख्ती से कार्यवाही की जाये। सामग्री वितरण एवं वापसी के दौरान समुचित पार्किंग एवं आवागमन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। गैर जमानती वारंट की तामिली के संबंध में निर्देश दिये गये। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लायसेंसी शस्त्रों को थाने में जमा कराने की कार्यवाही जारी है।
मतदान दलों का द्वितीय प्रशिक्षण 9 अप्रैल से
मतदान दलों का द्वितीय प्रशिक्षण 9 अप्रैल से जिला मुख्यालय में स्थित 7 अलग-अलग केन्द्रों में प्रारंभ किया जायेगा। इस हेतु सभी सहायक रिटर्निंग अधिकारियों को अपने-अपने विधानसभा स्तर पर मास्टर ट्रेनर्स तैयार करने के निर्देश दिये गये। उन्होंने बताया कि द्वितीय प्रशिक्षण में मतदान दलों की उपस्थिति शत-प्रतिशत सी-टाॅप्स की माध्यम से कराया जाना है, अन्यथा मानदेय का भुगतान नहीं हो पायेगा। कलेक्टर ने सभी एसडीएम को निर्देशित किया कि ऐसे मतदान केन्द्र जहां मतदान का प्रतिशत विगत निर्वाचनों में अपेक्षाकृत कम था, वहां ईवीएम, वीवीपेट के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम अनिवार्य रूप से किया जाये। ईवीएम कमिशनिंग कार्य के लिये सेक्टर अधिकारी, मास्टर ट्रेनर एवं सहायक स्टाफ का प्रशिक्षण आयोजित करने कहा गया है।
डाक मतपत्र के लिये प्रशिक्षण देने का निर्देश
निर्वाचन कार्य में लगे समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों को मतदान हेतु डाक मतपत्र एवं ईडीसी जारी किया जाना है। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि सभी को इसके बारे में अवगत करा दिया जाये, ताकि आवेदन समयावधि में प्राप्त कर उन्हें डाक मतपत्र, ईडीसी जारी किया जा सके। डाक मतपत्रों की संख्या का आंकलन समय पूर्व कर लिया जाये, ताकि मतपत्रों का मुद्रण समय पर कराया जा सके। उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों को केवल डाक मतपत्र ही जारी किया जायेगा। अन्य विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों को ईडीसी भी जारी किये जायेंगे। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि पीठासीन अधिकारियों और पुलिस का प्रशिक्षण आयोजित कर मतपत्र लेखा, पीठासीन अधिकारी की डायरी तथा डाक मतपत्र भरने के संबंध में जानकारी दी जाये।
कलेक्टर ने चेक लिस्ट बनाकर मतदान सामग्री वितरण करने का निर्देश दिया, जिससे अव्यवस्था न हो। उन्होंने नगरीय क्षेत्रों में ड्यूटी करने वाले मतदान दलों की मूलभूत जरूरतों का ध्यान रखने के लिये सुपरवाईजर नियुक्त करने के भी निर्देश दिये।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रितेश कुमार अग्रवाल, सहायक कलेक्टर श्री कुणाल दुदावत, अतिरिक्त कलेक्टर श्री बी.एस.उईके, श्री बी.सी.साहू सहित पुलिस एवं राजस्व विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।