प्रियंका गांधी अयोध्या में करेंगी रोड शो, स्वागत के लिए बनाए गए 32 प्वाइंट्स
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा रोड शो व नुक्कड़ सभा के जरिए लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेसियों में जोश भरेंगी। श्रीमती गांधी के 27 मार्च को फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र में आगमन का कार्यक्रम फाइनल हो गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि श्रीमती गांधी दिल्ली से ट्रेन से यहां पहुंचेंगी। श्रीमती गांधी कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. निर्मल खत्री के पक्ष में अयोध्या से रोड शो शुरू करेंगी। इसके अलावा वह दो नुक्कड़ सभाएं करेंगी। इस दौरान कांग्रेसी उनका 32 जगह स्वागत करेंगे।
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती गांधी के आगमन की सूचना पार्टी हाईकमान से मिलते ही कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी डॉ. खत्री ने खुद कमान संभाल ली है। पार्टी प्रवक्ता शीतला पाठक के मुताबिक बुधवार को पूर्वाह्न दस बजे हनुमानगढ़ी अयोध्या से रोड शो शुरू होगा।
प्रियंका शाम करीब साढ़े चार बजे कुमारगंज पहुंचेंगी। उन्होंने बताया कि अयोध्या से कुमारगंज तक प्रियंका गांधी के स्वागत के लिए 32 प्वाइंट बनाए गए हैं। दो जगहों पर वह नुक्कड़ सभाओं को भी सम्बोधित करेंगी। पहली नुक्कड़ सभा शहर के में रीडगंज किन्नर गुलशन बिंदु के संयोजन में और दूसरी सभा नउवा कुआं पर जिला पंचायत सदस्य अखिलेश यादव के संयोजन में होगी। उन्होंने बताया कि श्रीमती गांधी सड़क मार्ग से अमेठी तक जाएंगी। इसके अलावा दोपहर एक बजे सनबीम स्कूल में बच्चों से संवाद करेंगी। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए एआईसीसी सदस्य राजेंद्र प्रताप सिंह, कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामदास वर्मा, महानगर अध्यक्ष सुनील पाठक, एआईसीसी सदस्य केके सिन्हा आदि पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
राज्य मुख्यालय। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि प्रदेश की भाजपा सरकार में महिलाओं पर लगातार अपराध बढ़ रहे हैं। कानून व्यवस्था ध्वस्त है लेकिन मुख्यमंत्री आदित्यनाथ सहित पूरी सरकार सिर्फ और सिर्फ भाजपा के चुनावी प्रबन्धन में जुटी है जो प्रदेश के लोगों के साथ धोखा है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा है कि भाजपा सरकार के दो वर्ष पूरे होने के बावजूद भी कानून व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है और लगातार हत्या, बलात्कार, छिनैती, डकैती की घटनाएं बढ़ती चली जा रही हैं। दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार मंचों से सुशासन का दंभ भरते हैं लेकिन जमीन पर हकीकत बिल्कुल इसके उलट है।