छत्तीसगढ़

बुलेट पर भारी पड़ रही वोटिंग की आवाज

बस्तर में नक्सली बहिष्कार के बीच मतदताओं ने दिखाया भारी उत्साह लाल आतंक के खिलाफ बस्तरियों के साहस को सलाम, कड़ी सुरक्षा के बीच हुआ मतदान

जगदलपुर/ रायपुर। बस्तर नक्सलगढ़ में चल रही वोटिंग में मतदाताओं में जबरदस्त उत्साह दिख रहा है। हालांकि मतदान को प्रभावित करने नक्सलियों ने एक के बाद एक अलग-अलग जगहों में छिटपुट वारदातों को अंजाम दिया है। इन घटनाओं में जनहानि नहीं हुई है। बस्तर में लोकतंत्र का महापर्व मनाया जा रहा है। नक्सलियों ने पिछले एक पखवाड़े में बैनर पोस्टर और पर्चे फेंककर की पूरी कोशिश रही है कि वे इस चुनाव को न होने दें। जगह-जगह बैनर-पोस्टर टांगकर भी वे चुनाव के बहिष्कार का आह्वान कर रहे थे। लेकिन आज बस्तर में जिस उत्साह के साथ मतदान हो रहा है, उससे नक्सलियों के मंसूबों पर पानी फिरता नजर आ रहा है। गुरूवार को मतदान करने आम और खास लोगों ने मतदान में उत्साह पूर्वक भाग लिया।
गुरूवार को देश के 91 संसदीय क्षेत्रों के अलावा छत्तीसगढ़ के एक सीट बस्तर में मतदान हो रहा है। समाचार लिखे जाने तक बस्तर लोकसभा के 4 विधानसभा क्षेत्रों में जहां पर 7 से 3 बजे तक मतदान होना था वहां पर मतदान पूरा हो गया। वहीं चार अन्य विधानसभा मेें जहां पर 7 से 5 बजे तक मतदान होना था वहां पर मतदान चल रहा था।
बस्तर लोकसभा के अंतर्गत विधानसभा की 8 सीटें आती हैं। इनमें से सात अनूसूचित जनजाति और एक सामान्य के लिए आरक्षित है। इनमें कोंडागांव , नारायणपुर , बस्तर, चित्रकूट, दंतेवाड़ा, बीजापुर ,कोंटा और जगदलपुर, शामिल है। इनमें 7 कांग्रेस के पास हैं और केवल एक दंतेवाड़ा सीट पर भाजपा का कब्जा है। दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर और कोंटा विधानसभा क्षेत्र सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित हैं। ऐसे में यहां पर मतदान सुबह 7 बजे से 3 बजे तक ही होगा। शेष क्षेत्रों में शाम 5 बजे तक वोट डाले जाएंगे। इनमें 350 मतदान केंद्रों में अतिरिक्त सुरक्षा बल को तैनात किया गया है। केंद्रीय बलों के अलावा राज्य के सुरक्षा बलों को भी यहां पर तैनात किया गया है।
यही वजह है कि मतदान के दो दिन पहले ही उन्होंने एक हमले में दंतेवाड़ा के विधायक भीमा मंडावी की हत्या कर दी। सोचा, दहशत के चलते चुनाव रुक जाएगा। ऐसा नहीं भी हुआ तो लोग मतदान केंद्रों तक नहीं पहुंचेंगे। लेकिन यहां नक्सलियों की सोच के बिल्कुल उल्टा हो रहा है। यहां के सीधे व सरल आदिवासी साहस का परिचय देते हुए मतदान केंद्रों तक पहुंचकर नक्सली चुनौतियों को सीधे स्वीकार रहे हैं।
तीन घंटे पहले ब्लास्ट, दो घंटे में ही 15 फीसद वोटिंग
बस्तर के सर्वाधिक नक्सल प्रभावित जिले नारायणपुर में गुरुवार को मतदान के तीन घंटे पहले नक्सलियों ने दहशत फैलाने और पोलिंग पार्टी को निशाना बनाने के लिए फरसगांव के छिनारी मतदान केंद्र के पास आइईडी ब्लास्ट किया। इस वक्त पोलिंग पार्टियां इस रास्ते से गुजर रही थीं, लेकिन चपेट में आने से बच गईं। यह खबर आसपास के क्षेत्रों में तेजी से फैली भी। लेकिन ग्रामीणों का हौसला है कि वे छिनारी मतदान केंद्र पहुंचे। सुबह नौ बजे तक यहां 15 फीसद हुआ मतदान बता रहा है कि यहां के मतदाताओं ने नक्सलियों के खौफ को धता बता दिया है। चुनाव को प्रभावित करने के लिए नक्सली आज सुबह से ही जुटे हुए हैं। सुकमा जिले के दोरनापाल-जगरगुंडा मार्ग पर देवरपल्ली के पास बुधवार की रात नक्सलियों ने पेड़ काटकर मार्ग को बाधित कर दिया था, जिससे लोग मतदान करने के लिए न जा सकें। जवानों ने पेड़ को हटाकर मार्ग बहाल किया।
मतदान के बाद मंत्री कवासी लखमा ने किया जीत का दावा, कहा – राहुल बनेंगे देश के पीएम
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए गुरुवार को छत्तीसगढ़ की बस्तर संसदीय सीट पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शुरू हो गया है। गर्मी से बचने के लिए मतदाता सुबह से ही मतदान केंद्रों पर कतारों में लग गए। सबसे पहले मतदान करने वालों में छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री कवासी लखमा ने सुकमा में अपने गृह ग्राम नागारास के मतदान केंद्र क्रमांक 34 में सपरिवार किया मतदान। सुकमा में मतदान किया। मतदान के बाद मंत्री लखमा ने बस्तर सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार दीपक बैज के जीत का दावा किया। साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस के जीत का दावा किया। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, देश में कांग्रेस की लहर है। लोकसभा में कांग्रेस सरकार बनाएगी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री होंगे। इससे पहले बस्तर लोकसभा से भाजपा उम्मीदवार बैदूराम कश्यप, पूर्व मंत्री लता उसेंडी ने भी लाइन में खड़े होकर अपना वोट डाला। भाजपा के पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने जगदलपुर के भनपुरी के मतदान केंद्र में डाला अपना वोट। भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी बैदूराम कश्यप,और दंतेवाड़ा के कलेक्टर ने भी मतदान केंद्र जा कर मतदान किया और लोगों से अधिक से अधिक मतदान करने की अपील की। एक ओर जहां नक्सली चुनाव का विरोध और बहिष्कार कर रहे हैं। वहीं दूसरे ओर कभी उनके साथी रहे और अब सरेंडर कर चुके वेट्टी रामा व अर्जुन कोंटा के बूथ क्रमांक 210 पर मतदान करने आए लोगों को सुरक्षा दे रहे हैं।
नक्सली हमले भी नहीं डिगा सके मतदाताओं का हौसला
पहले चरण में गुरुवार सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो गया है। बस्तर लोकसभा सीट के लिए 8 विधानसभा क्षेत्रों में मतदाता पोलिंग बूथ पर पहुंचने लगे हैं। चुनाव से दो दिन पहले हुए नक्सली हमले और इसमें भाजपा विधायक भीमा मंडावी की मौत व 4 जवानों की शहादत भी लोगों के हौसले को पस्त नहीं कर सकी। इसी का नतीजा है कि दो घंटे में जहां 10.2 फीसदी मतदान हुआ, वहीं 11 बजे तक यहा आंकड़ा 18 प्रतिशत पर पहुंच गया। हालांकि दूरस्थ स्थलों की जानकारी सामने आने तक 21.1 प्रतिशत मतदान हो चुका है। दंतेवाड़ा का वही श्यामगिरी इलाका जो दो दिन पहले नक्सली हमलों से गूंज उठा था। ऐसे में सुबह की यह तस्वीर अब तक की सबसे खास है। महिलाओं ने ही नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया है। यहां महिलाएं, वृद्ध, युवा मतदाता 4 किमी दूर से पैदल चलकर सुबह 6.30 बजे से ही पहुंचना शुरू हो गए थे। वहीं दंतेवाड़ा के ही संगवारी मतदान केंद्र पर मतदाता सुबह 6.45 बजे से ही लाइन में लग गए। दंतेवाड़ा में चुनाव बहिष्कार के नक्सली फरमान का अंदरूनी इलाकों में खासा असर दिखाई दे रहा है। इसके चलते आलनार में 0 ,पुरंगेल 0 , कलेपाल 1 समलवार में 0 ,गुमिया पाल में 2, हिरोली में 2 लोगों ने ही किया अब तक मतदान। बस्तर में सुबह 11 बजे तक 21.1 फीसदी मतदान हुआ।

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