रायपुर लोकसभा : लोकतंत्र के महापर्व में मतदाताओं ने दिखाया उत्साह
पूर्व महापौर सुनील सोनी और वर्तमान महापौर प्रमोद दुबे के बीच सीधी टक्कर , रायपुर लोकसभा में 1 बजे तक 40 प्रतिशत मतदान
रायपुर। छत्तीसगढ़ में तीसरे और अंतिम चरण के लिए सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो गई है। रायपुर लोकसभा सीट में दो बार महापौर रहे सुनील सोनी और वर्तमान महापौर प्रमोद दुबे के बीच सीधी टक्कर है। शहर में मतदान के दौरान युवाओं में अधिक उत्साह देखा गया। सुबह से ही शहर की चारों विधानसभा क्षेत्रों के मतदान केंद्रों में भीड़ देखी गई। रायपुर लोकसभा में सुबह 1 बजे तक 40 प्रतिशत मतदान होने की जानकारी आई थी।
राजधानी में सुबह से ही अधिकांश मतदान केंद्रों में मतदताओं ने वोट डाला यहां पर दोपहर 12 बजे तक 30 प्रतिशत तक मतदान हो चुका था। उसके बाद दोपहर में धूप बढऩे और तापमान बढऩे के साथ मतदाताओं की संख्या घटती गई। भाजपा के वरिष्ठ नेता और मौजूदा सांसद रमेश बैस ने जिला पंचायत कार्यालय में बने मतदान केंद्र में वोट डाला। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी के लोग अच्छे सरकार बनाने के लिए बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं और कहीं ना कहीं इसका फायदा भाजपा को मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि युवा पीढ़ी काफी उत्साहित होते हैं। उत्साहित लोग कुछ नई उमंग लेकर उत्साह रहता है।महापौर प्रमोद दूबे ने आनद समाज वाचनालय में परिवार के साथ पहुंच कर मतदान किया। तक काफी भीड़ रही। पयिचम के विधायक विकास उपाध्याय ने अपने मतदान केंद्र में मतदान किया। वहीं गुजराती स्कूल मतदान केंद्र में पूर्व विधायक राजेश मूणत ने वोट डाला। कटोरातालाब में पूर्व विधायक श्रीचंदसुदरानी ने अपने परिवार के साथ मतदान किया। राजधानी के बूथ क्रमांक 74 में मतदाताओं के साथ बदसलूकी करने का मामला सामने आया है। खबरों के अनुसार यहां वोटर आईडी कार्ड के साथ-साथ पेन कार्ड दिखाने के बाद भी मतदाताओं को वोट डालने नहीं दिया जा रहा है। इसकी वजह से वोटरों में नराजगी है। इस मामले की सूचना के बाद मौके पर मतदान अधिकारी पहुंचे है।
ईवीएम में खराबी , निर्वाचन के कहा 0.45 प्रतिशत की खराबी, बदले गए
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के कोटा में बनाए गए आदर्श मतदान केंद्र के दो बूथों क्रमांक 25 और 28 पर मतदान करीब 1 घंटे देरी से शुरू हुआ। यहां ईवीएम में खराबी की जानकारी मिली है। पोलिंग बूथों पर सुबह से ही मतदाता उत्साह के साथ पहुंचे थे, लेकिन ईवीएम में खराबी आने के बाद यहां लंबी कतार लग गई। बाद में ईवीएम में आई गड़बड़ी को सुधारा गया और फिर मतदान शुरू हुई। इसके अलावा जानकारी मिल रही है कि जांजगीर जिले के कोटमीसोनार के पोलिंग बूथ क्रमांक 175 में ईवीएम खराब हो गई है और यहां अब तक वोटिंग शुरू नहीं हो पाई है।
राजधानी रायपुर के कई पोलिंग बूथों में से सुबह से ही ईवीएम खराबी की जानकारी मिल रही थी। कुशालपुर के बूथ क्रमांक 156, दुर्गा कॉलेज पोलिंग बूथ, सूरजपुर के बूथ क्रमांक 44, राजधानी रायपुर से लगे फुढ़हर गांव के सरकारी स्कूल के पोलिंग बूथ, गुजराती स्कूल पोलिंग बूथ क्रमांक 127, टैगोर नगर, हीरापुर के पोलिंग बूथ में भी ईवीएम खराबी की जानकारी मिली है। इधर निर्वाचन आयोग ने छत्तीसगढ़ के तीसरे चरण के चुनाव के लिए जारी मतदान के संबंध में कतिपय वेब न्यूज़ के द्वारा इस आशय की खबर प्रसारित की जा रही है कि अनेक मतदान केंद्रो में ईवीएम खराब होने, मतदान केंद्रों के भवन परिवर्तन एवं मतदाताओं के नाम काटे जाने के कारण मतदाता नाराज है । इस संबंध में वस्तु स्थिति यह है कि मतदान प्रारंभ किए जाने के पूर्व किए जाने वाले छद्म मतदान के दौरान प्राप्त जानकारी के अनुसार रायपुर शहर में मात्र 0.45 प्रतिशत इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन ही खराब हुई है। जिन्हें समय अवधि में परिवर्तित किया जा कर मतदान प्रारंभ किया जा चुका है । जहां तक मतदान केंद्रों के भवन परिवर्तन एवं मतदाता सूची से मतदाताओं के नाम विलोपित किए जाने का प्रश्न है इस संबंध में किसी भी व्यक्ति या संस्था के द्वारा कोई शिकायत अभी तक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में नहीं की गई है।
रायपुर लोकसभा क्षेत्र में 2329 मतदान केन्द्र तथा 14 सहायक बनाए गए हैैं। इनमें से 344 संवेदनशील मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। महिला मतदान केन्द्रों की संख्या 44, आदर्श मतदान केन्द्रों की संख्या 46 तथा दिव्यांग मतदान केन्दों की संख्या 10 है। जिले में 175 संवेदनशील मतदान केन्द्र, 425 केन्द्रों से वेबकास्टिंग, 291 माईक्रो आब्जर्वर नियुक्त किए गए है। समस्त संवेदनशील मतदान केन्द्रों में अध्र्दसैनिक बल, जिला पुलिस एवं होमगार्ड तथा विशेष पुलिस अधिकारियों की जिसमें कोटवार और फारेस्ट गार्ड भी शामिल है की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अतिरिक्त केन्द्रीय अर्धसैनिक बल भी तैनात थे।
24 अप्रैल को स्ट्रांग रूम होगा सील
रायपुर लोकसभा क्षेत्र में मतदान के पश्चात् सामग्री सेजबहार स्थित शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय के ई-ब्लाक में संग्रहित की जाएगी। इसमें बलौदाबाजार विधानसभा क्षेत्र 45 के 110 मतदान केन्द्रों की निर्वाचन सामग्री, ईवीएम और वीवीपैट समुचित सुरक्षा व्यवस्था सहित कृषि उपज मंडी बलौदाबाजार परिसर स्थित स्ट्रांग रूम भेजी जाएगी और शेष धरसींवा, रायपुर ग्रामीण, रायपुर नगर पश्चिम, रायपुर नगर उत्तर, रायपुर नगर दक्षिण, आरंग और अभनपुर विधानसभा क्षेत्र की मतदान सामग्री,ईवीएम और वीवीपैट को सेजबहार स्थित शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के ई-ब्लॉक स्थित स्ट्रांग रूम में भारत निर्वाचन आयोग के चुनाव प्रेक्षक और मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों और अभ्यर्थियों की उपस्थिति में सील किया जाएगा। रिटर्निंग ऑफिसर डॉ. बसवराजु एस. ने सभी राजनीतिक दलों के पदाधिकारी और प्रत्याशियों से इस दौरान स्वयं या अधिकृत प्रतिनिधि के माध्यम से उपस्थित होने का आग्रह किया है।
कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद दुबे को पर्यवेक्षक ने वोट डालने से रोका, आईडी दिखाने पर डालने दिया वोट
कांग्रेस उम्मीदवार प्रमोद दुबे को इंडोर स्टेडियम के बूथ पर पर्यवेक्षक ने वोट डालने से रोक दिया। दुबे ने पहले मतदाता पर्ची नहीं दिखाई थी और वे आईडी प्रूफ दे रहे थे। इसके बाद पर्यवेक्षक ने उसने पर्ची मांगी, तो उन्होंने जेब से पर्ची निकालकर दिखाई, इसके बाद उन्हें वोट देने के अनुमति मिली। पहचान पत्र और मतदान पर्ची को लेकर हो रहा कन्फ्यूजन चुनाव आयोग इस बार भी दूर नहीं कर पाया। कई जगहों से वोटर्स के वापस लौटने की सूचना सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि इंडोर स्टेडियम बूथ पर ही कई बुजुर्ग मतदाताओं को इसलिए वोट डालने नहीं दिया गया क्योंकि वे सिर्फ मतदाता पर्ची लेकर बूथ आए थे। कांग्रेस उम्मीदवार प्रमोद दुबे ने इस पर आपत्ति जताई।
मतदान के पहले वोटर्स के घर में चुनाव आयोग पर्ची भिजवाता है। ज्यादातर मतदाता इसी को लेकर मतदान केंद्र पहुंच रहे हैं, लेकिन वहां उनसे पहचान पत्र की मांग की जा रही है। पहचान पत्र न दिखाने पर वोट नहीं देने दिया जा रहा। इसलिए मतदाता वापस पहचान पत्र लेने अपने-अपने घर जा रहे हैं। सबसे ज्यादा समस्या बुजुर्गों को आ रही है, जो बड़ी मुश्किल से मतदान केंद्र पहुंचे। चुनाव आयोग पहले ही स्पष्ट कर चुका था कि वोटिंग के लिए पहचान पत्र लेकर आना जरूरी है। लेकिन इसके बाद भी लोग सिर्फ पर्ची लेकर वोट देने पहुंच रहे हैं।
सांसद रमेश बैस ने रायपुर-दुर्ग में किया जीत का दावा
प्रत्येक कार्यकर्ता की ये चाह कि नरेन्द्र मोदी एक बार फिर से प्रधानमंत्री बने
रायपुर। रायपुर लोकसभा क्षेत्र से 7 बार सांसद रहे रमेश बैस ने सुबह 10 बजे अपने मतदान केन्द्र में वोट डाला। वोट देने के बाद मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए बैस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता है। प्रत्येक कार्यकर्ता की ये चाह है कि नरेन्द्र मोदी एक बार फिर से प्रधानमंत्री बने। नए चेहरे के चुवान जीतने को लेकर बैस ने कहा कि ये तो चुनाव परिणाम ही बताएगा कि किसे जनता ने स्वीकारा है। अभी से कुछ नहीं कहा जा सकता है। मतगणना के दिन ही पता चलेगा। निश्चित रूप से हमें रायपुर, दुर्ग लोकसभा सीट में जीत मिल रही है। बाकी अन्य जगहों की जीत को लेकर किसी भी प्रकार की टिप्पणी नहीं कर सकता।
सबसे छोटा मतदान केंद्र शत प्रतिशत मतदान
कोरिया जिले के शेरा डांड में सुबह 7.30 बजे तक 100 प्रतिशत वोटिंग। प्रदेश का सबसे छोटा मतदान केंद्र, यहां सिर्फ 4 मतदाता और दो मतदान कर्मी। सभी ने डाला वोट।