एसीबी इंडिया और स्वास्तिक पावर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई
एसईसीएल के कर्मचारियों की जगह निजी कंपनी के मजदूर तौल रहे थे कोयला छापेमारी के दौरान पकड़ाई 52 गाडिय़ां, कांटाघर सहित कोलवाशरी सील
रायपुर। राज्य सरकार द्वारा कोरबा में कोयले के परिवहन और कोल वाशरी की जांच के लिए अचानक की गई छापेमारी में घोर अनियमिताएं सामने आई हैं। इस छापेमारी में छत्तीसगढ़ और हरियाणा के एक बहुचर्चित मीडिया समूह द्वारा संचालित एसीबी इंडिया के खिलाफ अनियमितताओं के ठोस सबूत मिले है। इस छापेमारी में बिना ट्रांजिट के कोयला परिवहन करते भारी संख्या में वाहन पकड़े गए हैं। अलग अलग स्थानों से 52 गाडिय़ों को पकड़ा गया था। चाकाबुड़ा स्थित कोल वाशरी से बिना ट्रांजिट पास रेलवे साइडिंग तक कोयला परिवहन करते कई गाडिय़ों को पकड़ा गया। टीम ने चाकाबुड़ा वाशरी के कांटाघर को भी सील कर दिया है। गौरतलब है कि कोरबा में 9 कोल वाशरीज है, जिनमें से 7 एक ही कंपनी की हैं, लेकिन यह सभी अलग अलग नामों से जानी जाती हैं।
साथ ही कनबेरी के स्वास्तिक पॉवर में भी छापेमारी हुई है। जिस टीम द्वारा यह कारवाई की जा रही है, उसमें 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी और अलग-अलग विभागों के दो दर्जन अधिकारी शामिल हैं। समाचार दिए जाने तक राज्य सरकार की उडऩ़दस्ता टीम ने भी प्रशासन के साथ मिलकर दीपका खदान के 16 नंबर कांटे को सील कर दिया है।
खनन, राजस्व और पर्यावरण की संयुक्त टीम की छापेमारी
कोयले की खदानों में हो रहे घोटालों की शिकायत पर जांच करने माइनिंग, राजस्व और पर्यावरण विभाग की टीम कल गेवरा दीपका पहुंची। टीम उस वक्त अवाक रह गई, जब साउथ ईस्टर्न कोल लिमिटेड के दीपका खदान के कांटाघर पर एसईसीएल के कर्मचारियों की जगह निजी कंपनी के मजदूर कोयला तौलते पकडे गए। उनके पास से कोयला परिवहन के लिए जरूरी ट्रांजिट पास भी मिला।