अल्प वर्षा से राज्य के बांधों में 37 प्रतिशत से अधिक पानी, चार बांधों में पचास प्रतिशत पानी का भराव
रायपुर । प्रदेश के 44 बांधों में अब तक 37.30 प्रतिशत जल भरे हुए हैं। अधिकांश बांधों में अब भी स्थिति बहुत चिंताजनक है। आगामी एक महीने में वर्षा नहीं हुई तो कई क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति और निस्तारी के लिए भी संकट का सामना करना पड़ सकता है। प्रदेश में 4 बांध ही ऐसे हैं जिसमें अब तक 50 प्रतिशत से अधिक जलभराव है। 2017 में इस समय तक प्रदेश के बांधों में 55.09 एवं 2018 में 53.50 प्रतिशत जल का भराव हुआ था। आज की स्थिति में 8 बांध ऐसी है जहां 10 प्रतिशत भी जल भराव नहीं है।
प्रमुख बांधों में मिनीमाता बैराज कोरबा में 1533 मिमी पानी का भराव है जो बोध की भराव क्षमता का 53 प्रतिशत है। रविशंकर जलाशय धमतरी में 171.37 एमसीमी पानी का भराव है जो बांध की भराव क्षमता का 22.4 प्रतिशत है। तांदुला बालोद में 50.37 एमसीमी पानी का भराव है जो बांध की भराव क्षमता का 18.64 प्रतिशत है। दुधावा में 56.27 एमसीमी पानी का भराव है जो बांध की भराव क्षमता का 19.80 प्रतिशत है। सिकासार में 67.50 एमसीमी पानी का भराव है जो बांध की भराव क्षमता का 33.04 प्रतिशत है। खारंग में 51.96 एमसीएम पानी का भराव है जो बांध की भरव क्षमता का 27.02 प्रतिशत है। सोंढूर में 54.15 एमसीएम पानी का भराव है जो बांध की भराव क्षमता का 30.08 प्रतिशत है। मुरमसिलली में 36.65 एमसीएम पानी का भराव है जो बांध की भराव क्षमता का 27.02 प्रतिशत है। कोडार में 26.63 एमसीएम पानी का भराव है जो बांध की भराव क्षमता का 17.07 प्रतिशत है। मनियारी में 62.67 एमसीएम पानी का भराव है जो बांध की भराव क्षमता का 42.42 प्रतिशत है। केलों में 4.81 एमसीएम पानी का भराव है जो बांध की भराव क्षमता का 7.76 प्रतिशत है।
इसी प्रकार मध्यम श्रेणी के बांधों में खरखरा में 25.31 एमसीएम पानी का भराव है जो बांध की भराव क्षमता का 18.18 प्रतिशत है। गोंदली बालोद में 25.96 एमसीएम पानी का भराव है जो बांध की भराव क्षमता का 26.71 प्रतिशत है। कोसारटेडा में 25.51 एमसीएम पानी का भराव है जो बांध की भराव क्षमता का 40.05 प्रतिशत है। परालकोट कांकेर में 4.42 एमसीएम पानी का भराव है जो बांध की भराव क्षमता का 6.07 प्रतिशत है।