टूर एंड ट्रेवल्स एजेंसी चाहना के माध्यम से प्रवर्तन निदेशालय विदेश यात्रा करने वाले टूरिस्टों की तैयार कर रहा सूची
रायपुर, राज्य ब्यूरो। टूर एंड ट्रेवल्स एजेंसी चाहना के माध्यम से विदेश यात्रा करने वाले टूरिस्टों की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) सूची तैयार कर रहा है। चाहना से बार-बार विदेश यात्रा का पैकेज खरीदने वालों से ईडी के अफसर पूछताछ कर सकते हैं। इस बीच चाहना के अलग-अलग ठिकानों पर हुई छापे की कार्रवाई शुक्रवार देर रात पूरी कर ली गई है। अब वहां से मिले दस्तावेज, पास बुक समेत अन्य की जांच होगी। ईडी ने वहां से अमेरिकी डालर के अलावा कुछ और देशों की मुद्रा भी बरामद की है।
उल्लेखनीय है कि चाहना टूर एंड ट्रेवल्स कंपनी के रायपुर और राजनांदगांव स्थित विभिन्न् ठिकानों पर ईडी की टीम ने गुस्र्वार की दोपहर में दबिश दी थी। ईडी इस कार्रवाई में इंटरनेशनल जुआरी गैंग के पर्दाफाश का दावा कर रही है। ईडी ने जब छापा मारा ट्रेवल्स एजेंसी का संचालक 70-80 लोगों की टीम को विदेश जाने की तैयारी में रायपुर से निकल चुका था, उसे एयरपोर्ट से वापस बुलाया गया। ईडी के सूत्रों के अनुसार चाहना से संबंधित रायपुर और राजनांदगांव में ठिकानों पर छापे में मिले दस्तावेज, कंप्यूटर व लैपटॉप हार्ड डिस्क की जांच की जा रही है।
इस दौरान विदेशी मुद्रा समेत अन्य लेनदेन तो देखी ही जाएगी साथ ही ऐसे ग्राहकों की भी पहचान की जाएगी, जिन्होंने इस एजेंसी के माध्यम से बार-बार विदेश यात्रा की है। प्रारंभिक जांच में ही ऐसे कुछ लोगों का पता चला है। इसमें छत्तीसगढ़ के बाहर के लोग भी शामिल हैं। अफसरों के अनुसार ऐसे लोगों को बुलाकर पूछताछ की जाएगी।
कई राज्यों में फैला जाल
अब तक हुई जांच के आधार पर ईडी के अफसरों का अनुमान है कि विदेश में जुआ खेलने के शौकीन देश के अलग-अलग राज्यों के बड़े कारोबारी शामिल है। अब तक गुजरात, मध्यप्रदेश के अलावा कुछ और राज्यों के ऐसे टूरिस्टों के संबंध में ईडी को जानकारी मिली है। अफसरों ने कहा कि फिलहाल किसी पर कार्रवाई नहीं की जाएगी। पूछताछ और पुख्ता साक्ष्य के आधार पर ही आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
विदेशी मुद्रा रखने का केस पुख्ता
छापे के दौरान ईडी ने 30 हजार यूएस डालर के अलावा कुछ और देशों की भी मुद्रा जब्त की है। टूर एजेंसी के संचालक के खिलाफ विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत मामला दर्ज किया है।
परिजन, रिश्तेदारों से लेकर स्टॉफ तक के बैंक खाते
छापे के दौरान कई बैंकों के पास बुक जब्त किए गए हैं। बैंक खाते टूर एजेंसी संचालक के परिजन, रिश्तेदार और स्टॉफ के नाम पर है। इन खातों में नगदी जमा किए जाने के साक्ष्य मिले हैं। ईडी के अफसरों के अनुसार इन खातों में पैसे का उपयोग विदेशी मुद्रा विनिमय में किया जाता था।