मानसून मेहरबान: इस साल राज्य में 10 फीसद अधिक हुई बारिश
रायपुर। राजधानी समेत प्रदेशभर में इस साल 10 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। मौसम विज्ञान विभाग की ओर से 1,142.1 मिली मीटर औसत बारिश की जगह इस साल 1,255.60 मिली मीटर बारिश रिकार्ड हुई है। सरकारी आंकड़ों को देखें तो रायपुर में अभी तक रायपुर तहसील में 51.3 मिमी., आरंग में 72 मिमी, अभनपुर में 37 मिमी और तिल्दा में 31.3 मिमी वर्षा हुई। जिले में एक जून से अब तक औसत रूप से 926.1 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। कलेक्टर कार्यालय के भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वर्ष अभी तक रायपुर तहसील में 958.7 मिमी, आरंग में 1183.2 मिमी, अभनपुर में 860.5 मिमी और तिल्दा तहसील में 701.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।
यह वर्षा जिले में पिछले 10 वर्षों में हुई औसत वर्षा 1052.8 मिमी. की तुलना में 88 प्रतिशत है। दक्षिण पूर्व मानसून की बिदाई 10 अक्टूबर से होने की संभावना है। सामान्य बिदाई का समय एक सितंबर है।
इसके पूर्व मानसून की विदाई उत्तर-पश्चिम भारत से एक अक्टूबर 1961 और 30 सितंबर 2007 में हुई थी। इस साल छत्तीसगढ़ में 15 अक्टूबर तक विदाई होने की संभावना है। प्रदेश के कई इलाकों में हल्की और मध्यम बारिश होने की संभावना है। कुछ जगहों पर गरजचमक के साथ बारिश हो सकती है।
पूरे देश में रहा सक्रिय मानसून
पूरे देश में मानसून सक्रिय रहा है। इस बार बारिश 110 प्रतिशत रहा जो कि दी लंबी अवधि औसत 88 सेंटीमीटर रहा है। देशभर में मौसम के क्षेत्र को 36 डिविजन में बांटा गया है । दो सब डिविजन में अत्यधिक बारिश रिकार्ड हुई है।
10 सब डिविजन में अधिक, 19 सब डिविजन में सामान्य बारिश रही। 05 सब डिविजन में थोड़ी कमी भी मिली है। पूरे देश में जुलाई, अगस्त और सितंबर में क्रमश दीर्घावधि औसत से देश में 105 प्रतिशत, 115 प्रतिशत और 152 प्रतिशत बारिश हुई है। यदि इसमें देखा जाए तो 2019 मानसून की स्थिति नंबर एक है। साल 1994 में 110 में औसत दीर्घावधि बारिश हुई थी। साल 2019 में भी 110 में बारिश हुई है।
2001 से लेकर 2019 तक उत्तर-पूर्वी भारत में दीर्घा अवधि बारिश से कम वर्षा हुई जिसमें 2007 में अपवाद था। 1931 के बाद जून में 30 प्रतिशत कम बारिश होने के बावजूद दीर्घा अवधि वर्षा से ज्यादा बारिश हुई है। इसी तरह अगस्त 1996 में 119 प्रतिशत औसत दीर्घावधि बारिश हुई थी।
इसके बाद इस साल 115 प्रतिशत दीर्घावधि बारिश हुई थी। सितंबर 2019 में दूसरी बार 152 प्रतिशत औसत दीर्घावधि बारिश हुई थी। उसके पहले 1917 में 165 प्रतिशत दीर्घावधि औसत बारिश हुई थी। 2010 के बाद हर साल जुलाई, अगस्त और सितंबर में दीर्घावधि औसत वर्षा अधिक बारिश हुई है। सबसे अधिक बारिश अगस्त और सितंबर में है। अगस्त-सितंबर में दीर्घावधि औसत से 130 सेंटी मीटर बारिश रिकार्ड हुई है।