नया रायपुर के दफ्तरों में नौकरी लगाने के नाम पर आठ लाख से अधिक की वसूली
रायपुर, 2 फरवरी। नया रायपुर के दफ्तरों में चपरासी की नौकरी लगाने का झांसा देकर लाखों रूपए वसूली का मामला सामने आया है। सात साल पहले नया रायपुर में अफसर के घर रहकर घरेलू काम करने वाले युवक ने प्रशासन में परिचय होने और नौकरी लगाने यह वसूली की। जशपुर पुलिस ने आरोपी को झारखंड से गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी सुदामा दास वर्ष 2015 में रायपुर के सेक्टर 27 में रहता था एवं वहां रहकर किसी अधिकारी के पास घरेलू निजी कार्य करता था। कुछ वर्ष बाद काम करने के बाद आरोपी वर्ष 2020 में ग्राम पण्डरीझरिया थाना लैलुंगा जिला रायगढ़ में रहकर एक क्लीनिक में काम करता था, उसी दौरान प्रार्थी हृदय साय पैंकरा से उसकी जान-पहचान हुई। इसी बीच आरोपी सुदामा दास, प्रार्थी हृदय साय पैंकरा का घर डुमरटोली बगीचा में आना-जाना करता था। बातचीत दौरान सुदामा दास ने उसे बताया कि रायपुर में चपरासी का नौकरी लगवा दूंगा उसके लिये 01 लाख रू. लगेगा कहने पर 20 जनवरी 2020 को आरोपी ने 30 हजार रू. एडवांस लिया था। बाकी रकम नौकरी लग जाने के बाद देने की बात कही। किन्तु नौकरी नहीं लगा। प्रार्थी की रिपोर्ट पर आरोपी सुदामा दास के विरूद्ध थाना बगीचा में धारा 420 भा.द.वि. के तहत् अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
मुखबीर की सूचना एवं सायबर सेल के सहयोग से आरोपी सुदामा को ग्राम हुटार थाना जारी जिला गुमला (झारखंड) से अभिरक्षा में लिया गया। पूछताछ में उसने बताया कि वह ग्राम रघुनाथपुर थाना पत्थलगांव के देवप्रकाश सिदार से नौकरी लगाने के नाम पर एक लाख चालीस हजार, उसके भाई लिखन साय से एक लाख पचास हजार रू की ठगी किया है। सुदामा ने जिला बलरामपुर के आरागाही गांव के लगभग 5-6 व्यक्तियों से अपने साथी के माध्यम से रायपुर तथा बलरामपुर के व्यक्तियों से आठ लाख नब्बे हजार की ठगी करना स्वीकार किया है। मामले में सुदामा दास को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।