अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर होगा विश्व का पांचवा सबसे बड़ा एयरपोर्ट
नोएडा। देश की राजधानी दिल्ली से बेहद करीब यूपी के ग्रेटर नोएडा में बनने वाले विश्व के पांचवें सबसे बड़े इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर हो सकता है। अंदरखाने इसकी तैयारी प्रारंभ हो गई है। क्षेत्रीय सांसद व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा व प्रदेश सरकार इस एयरपोर्ट का शिलान्यास 25 दिसंबर को प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों कराने के प्रयास में जुट गई है।
एयरपोर्ट निर्माण में आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए राज्य सरकार के अलावा केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा भी लग गए हैं। जमीन देने के लिए किसानों को मनाने में पूरी ताकत झोंक दी गई है। बुधवार को जेवर में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर महेश शर्मा व जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र ने एयरपोर्ट से होने वाले विकास को घर-घर पहुंचाने का निर्देश दिया। योजना है कि 25 दिसंबर को शिलान्यास के साथ ही एयरपोर्ट का नाम अटलजी के नाम करने की घोषणा प्रधानमंत्री से करा दी जाए।
दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट से दोगुनी होगी क्षमता
इंदिरा गांधी एयरपोर्ट (आईजीआई) क्षेत्रफल के लिहाज से जेवर से काफी पीछे रह जाएगा। आईजीआई का क्षेत्रफल 2066 हेक्टेयर है। नवी मुंबई में बनने जा रहे एयरपोर्ट का क्षेत्रफल भी 2320 हेक्टेयर है, जबकि जेवर में प्रस्तावित एयरपोर्ट पांच हजार हेक्टेयर में बनेगा। जेवर में प्रस्तावित एयरपोर्ट की क्षमता भी दिल्ली से दोगुनी होगी।
अभी एयरपोर्ट की क्षमता प्रतिवर्ष 3.5 करोड़ यात्रियों की होगी। यहां एयर कार्गो हब भी बनाया जाएगा। इस एयरपोर्ट से माल ढुलाई पर खासतौर पर जोर होगा।
20 करोड़ यात्री होंगे 2050 तक जेवर में
प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से वर्ष 2050 तक सालाना बीस करोड़ यात्री हवाई सफर करेंगे। इस मामले में भी जेवर एयरपोर्ट आइजीआइ को पीछे छोड़ देगा। आईजीआई से वर्तमान में छह करोड़ यात्री सालाना हवाई सफर करते हैं। 2022-23 तक यात्री संख्या बढ़कर दस करोड़ सालाना अधिकतम होने का अनुमान है। इसके बाद यहां यात्री संख्या बढ़ाने की गुंजाइश समाप्त हो जाएगी।
भारी संख्या में जनता की ओर से मांग हुई है कि जेवर एयरपोर्ट का नाम अटल बिहारी वाजपेयी जी के नाम पर कर दिया जाए। मुझे विश्र्वास है कि दिसंबर के अंतिम सप्ताह या जनवरी के पहले सप्ताह में एयरपोर्ट का शिलान्यास हो जाएगा। इसके लिए प्रधानमंत्री से बात हुई है। उनके हाथों शिलान्यास कराने की इच्छा है। एयरपोर्ट के नाम पर जनभावनाओं का ध्यान रखने का भी निवेदन प्रधानमंत्री से किया गया है। सकारात्मक परिणाम आने चाहिए। – डॉ महेश शर्मा, केंद्रीय मंत्री