भगवंत मान बने पंजाब के सीएम, कहा- जिन्होंने वोट नहीं दिया उनके भी मुख्यमंत्री
आम आदमी पार्टी के नेता भगवंत मान ने आज पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनका शपथ ग्रहण समारोह पंजाब के नवांशहर में भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़ कलां में हुआ.
राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने भगवंत मान को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.
भगवंत मान ने पंजाबी भाषा में ईश्वर के नाम पर शपथ ली. वो राज्य के 17वें मुख्यमंत्री हैं, उनके अलावा किसी और मंत्री को पद की शपथ फ़िलहाल नहीं दिलाई गई है.
इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग खटकड़ कलां पहुंचे. कई लोगों ने पीली पगड़ी पहनी हुई थी और पीला दुपट्टा लिया हुआ था जिसकी भगवंत मान ने अपील की थी.
उन्होंने भगत सिंह की पीली पगड़ी को ध्यान में रखकर ये अपील की थी. भगवंत मान खुद भी पीली पगड़ी पहनते हैं.
ऐसी रिपोर्टें हैं कि इस समारोह में किसी वीआईपी को न्योता नहीं दिया गया है. हालांकि, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समारोह में शामिल हुए.
भगवंत मान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद लोगों को संबोधित किया.
उन्होंने वहां मौजूद लोगों को शपथ ग्रहण समारोह में आने के लिए धन्यवाद दिया. साथ ही विपक्षियों के ख़िलाफ़ नारेबाजी ना करने की अपील भी की.
भगवंत मान ने कहा, ‘‘शपथ ग्रहण में आने के लिए मैं आप सभी का धन्यवाद करता हूं. कई जन्म लेने पड़ेंगे इस प्यार का कर्ज उतारने के लिए. आपने 10 मार्च को इतिहास रच दिया… कल अगर कोई पूछे कि लोगों ने बिना लालच और डर के वोट देना कब शुरू किया था तो जवाब होगा 20 फरवरी, 2022 को.’’
उन्होंने लोगों से कहा,‘‘मैं सभी (नए विधायकों) से अपील करता हूं कि घमंड ना करें. कहीं नारेबाजे नहीं करनी है. जिन्होंने वोट नहीं दिया है उनके भी मुख्यमंत्री हैं, उनकी भी सरकार है. जनता जब चाहे तो आसमान पर, जब चाहे तो ज़मीन पर ला सकती है.’’
उन्होंने भगत सिंह की कही एक बात दोहराई, ”इश्क करना सबका पैदाइशी हक़ है, क्यों ना इस बार वतन की सरज़मीम को महबूब बना लिया जाए.”
भगवंत मान ने कहा, ‘‘हम अपना मुल्क ठीक करेंगे. आपके लिए यहीं रहेंगे और काम करेंगे. बेरोजगारी, खेते, भ्रष्टाचार, स्कूल, अस्पताल कई मसलों पर यहां काम करना है. हमें आपके सहयोग की ज़रूरत होगी.’’
उन्होंने कहा किपंजाब में ऐसे स्कूल और अस्पताल बनाएंगे कि बाहर वाले भी यहां आकर देखेंगे.
साथ ही उन्होंने दिल्ली की सीएम अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का भी आभार व्यक्त किया.
पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को पूर्ण बहुमत के साथ जीत मिली थी.
10 मार्च को आए नतीजों में पार्टी को पंजाब की 117 सीटों में से 92 सीटें हासिल हुई थीं. वहीं, कांग्रेस को 18, बीजेपी को 2 और अकाली दल को 3 सीटें मिली थीं.
भगवंत मान धुरी सीट से विधायक हैं. यहां से उन्होंने कांग्रेस के दलवीर सिंह गोल्डी को हराया है.
इसे पार्टी की ऐतिहासिक जीत बताया गया क्योंकि इसमें कांग्रेस और अकाली दल जैसी पंजाब की प्रमुख पार्टियां हाशिये पर आ गईं.
कई दिग्गज नेता अपने गढ़ से चुनाव हार गए. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, नवजोत सिंह सिद्धू, पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल ने अपनी सीटें गवां दीं. (bbc.com)