कलयुगी माँ बच्चियों को रखती थी भूखा, शिकायत पर पिता ने कब्जे से छुड़ाया
बिलासपुर। शहर के तोरवा क्षेत्र में रहने वाली एक मां के प्रति दो बच्चियों की धारणा पिता से अलग होने के दो साल बाद पूरी तरह बदल गई। उन्होंने पिता को फोन कर बताया कि उनकी मां उन्हें ठीक तरह से नहीं रखती। खाने-पीने को नहीं देती। घर गंदा रहता है। झाड़ू भी नहीं लग रहा। नानी के यहां से एक वक्त का जो खाना आता है उससे ही उनकी भूख मिटती है। नहीं आया तो नाश्ता करना रहना पड़ता है, इसलिए उन्हें यहां रहना पसंद नहीं। जिसके बाद उनके पिता ने बिलासपुर के महिला बाल विकास विभाग में आवेदन किया। वे खुद भी जिला बाल संरक्षण अधिकारियों के साथ बच्चों को छुड़ाने पहुंचे। काफी मशक्कत के बाद दोनों बच्चियों को बाल गृह लाया गया है। यहां काउंसलिंग भी उन्होंने वही बात दोहराई है जो उन्होंने अपने पिता को बताई थी।
बिलासपुर में रहने वाली एक 38 साल की महिला की शादी सतारा महाराष्ट्र में हुई थी। शादी के दो साल बाद ही दो मासूम बेटियों को लेकर वह अपने पति से अलग हो गई। इनमें एक बेटी की उम्र छह साल और दूसरी की चार साल के करीब है। दोनों बच्चियां लगातार अपने पिता के संपर्क में थीं। बिलासपुर में उनके साथ जाे गुजर रहा था वे अपनी आपबीती पिता को बताया करते। इससे बैचेन पिता बिलासपुर पहुंच गए है। उन्होंने महिला बाल विकास विभाग अधिकारियों को सारी बातें कर बच्चियों को मां से अलग करने का आग्रह किया।
आवेदन पाकर अधिकारी तोरवा पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। डेढ़ घंटे तक वे महिला से दरवाजा खुलवाने की कोशिश करते रहे, लेकिन उसने दरवाजा नहीं खोला। जब बच्चों की नानी आईं तब उन्होंने दरवाजा खोला। जिसके बाद वे बच्चियों को लेकर बाल गृह पहुंच गए। यहां ही बच्चियों ने अपनी आपबीती अधिकारियों के सामने रखी है। अधिकारी आगे यह देख रहे हैं कि दोनों बच्चे किसके साथ रहना चाह रहे और कहां उनको सुरक्षा मिलेगी। जिसके बाद आगे का फैसला किया जाएगा।