बिलासपुर शहर के हजारों निवासियों ने हसदेव बचाओ आंदोलन के समर्थन में निकाली रैली
01.06.22| हसदेव बचाओ आंदोलन का मंगलवार को 18वां दिन था और बिलासपुर शहर के हजारों लोगों ने जंगल बचाओ अभियान के समर्थन में एक रैली में हिस्सा लिया. इससे पूर्व लोग दोपहर तीन बजे लाल बहादुर शास्त्री स्कूल मैदान में एकत्रित हुए और मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए अनुशासित तरीके से रैली के रूप में कलेक्टर कार्यालय पहुंचे.
बिलासपुर के लोगों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मांग की कि हसदेव हसदेव अरण्य क्षेत्र में कोयला ब्लॉकों को दी गई अनुमति को रद्द किया जाए. बिलासपुर के लोगों ने कहा कि यह लड़ाई केवल हसदेव क्षेत्र के वासियों के लिए नहीं है बल्कि यह लड़ाई बिलासपुर और छत्तीसगढ़ के सभी नागरिकों की है. यदि हसदेव के जंगल नष्ट हो जाते हैं तो बिलासपुर, कटघोरा, कोरबा और जांजगीर चांपा का एक बड़ा क्षेत्र प्रभावित होगा।
इस क्षेत्र का भूजल स्तर प्रभावित होगा और पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था में संकट गहराएगा। मानसून चक्र गड़बड़ा जाएगा और लाखों हेक्टेयर कृषि भूमि प्रभावित होगी।
ज्ञापन में बिलासपुर के लोगों ने सरकार से लोगों की मांगों को मानने की मांग की.