कांग्रेस छोड़ने के बाद BJP में शामिल हुई तुलसी साहू, साहू समाज कांग्रेस से नाराज
पूर्व जिलाध्यक्ष तुलसी साहू ने टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस छोड़ने के बाद वो बीजेपी में शामिल हो गई हैं। बीजेपी की विजय संकल्प महारैली में पहुंचकर तुलसी ने पीएम मोदी से भी मुलाकात की।कांग्रेस छोड़ने का कारण पार्टी के प्रति नाराजगी थी। कांग्रेस छोड़ने के बाद वे किस पार्टी के साथ जाएंगी इस बात पर उन्होंने कुछ जवाब नहीं दिया था।
बता दें, छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण को लेकर नाराज कांग्रेस कमेटी भिलाई की पूर्व अध्यक्ष तुलसी साहू ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को अपना इस्तीफा भेजा। जिसमें कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता के साथ ही सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। साथ ही उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर कई आरोप लगाते हुए नाराजगी जाहिर की थी। तुलसी साहू ने आरोप लगाते हुए कि पार्टी के द्वारा लगातार उनकी भावनाओं के साथ छल किया गया है। वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने वैशाली नगर से दावेदारी की थी। अंतिम समय तक सर्वे में नाम होने के बावजूद भी षडयंत्र पूर्वक रिश्तेदारों निगम मंडल व संगठन में स्थान दिया गया। उन्हें ही मैदान में उतार दिया गया। ऐसी स्थिति में पार्टी में बने रहना असंभव हो गया है। इसलिए इस्तीफा दे रही हूं।
वहीं अब विधानसभा चुनाव के समय तुलसी साहू के इस्तीफे से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। साहू समाज में ना सिर्फ़ दुर्ग ज़िले बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश में अपना ख़ासा प्रभाव रखती हैं। कांग्रेस ने साहू समाज की दो प्रभावशाली विधायकों छन्नी साहू और शकुन्तला साहू की टिकट काट दी है। वहीं ताम्रध्वज साहू को मुख्यमंत्री के रुप में नाम फ़ाइनल होने के बाद भी सिर्फ मंत्री पद से संतुष्ट होना पड़ा। पूरे 5 साल गृहमंत्री होने के बाद भी उपेक्षित रहे। बेमेतरा ज़िले के बिरनपुर की घटना के बाद से साहू समाज कांग्रेस से नाराज़ चल रहा था। उस पर शकुन्तला, छन्नी और तुलसी साहू के प्रकरण से कांग्रेस के साहू वोट बैंक पर विपरीत असर पड़ने की बात कही जा रही है।