Minister Laxmi Rajwade ने किया सुदूर गांव का दौरा, ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं – रेडी टू ईट में गड़बड़ी पर जताई सख्त नाराजगी
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने भटगांव विधानसभा क्षेत्र के एक सुदूर और दुर्गम गांव बनगवा का दौरा किया। ग्राम पंचायत छतरंग के इस क्षेत्र...
20, April, 2025 | छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने भटगांव विधानसभा क्षेत्र के एक सुदूर और दुर्गम गांव बनगवा का दौरा किया। ग्राम पंचायत छतरंग के इस क्षेत्र तक पहुंचने के लिए मंत्री ने 2 से 3 किलोमीटर तक पैदल यात्रा की। गांव में पहुंचकर उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं खाट पर बैठकर सुनीं और समाधान का भरोसा दिलाया।
गांव में रेडी टू ईट सामग्री के वितरण को लेकर मिली गड़बड़ियों की शिकायत पर मंत्री ने मौके पर ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को फटकार लगाई। उन्होंने स्पष्ट कहा कि बच्चों के पोषण से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और इस तरह की लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मंत्री की इस संवेदनशीलता और तत्परता ने ग्रामीणों में विश्वास का माहौल पैदा किया।
लापरवाह अधिकारियों पर सख्त रवैया
इससे पहले भी मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने बालोद जिले के आकस्मिक निरीक्षण में लापरवाह अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की थी। बालोद दौरे के दौरान जब जिला कार्यक्रम अधिकारी किशन टंडन ड्यूटी से नदारद पाए गए, तो मंत्री ने तत्काल उन्हें निलंबित करने का निर्देश जारी किया था।
पाररास स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में निरीक्षण के दौरान मंत्री को बच्चों की फर्जी उपस्थिति, गलत फोटो अपलोड करने, रेडी टू ईट स्टॉक में गड़बड़ी, और फर्जी एंट्री जैसी गंभीर अनियमितताओं की जानकारी मिली। इन लापरवाहियों को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने बालोद की सीडीपीओ और संबंधित पर्यवेक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी करने को कहा। साथ ही, संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को भी तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिए गए।
जमीनी स्तर पर जुड़ाव का उदाहरण
मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े का यह दौरा दिखाता है कि वे सिर्फ कागजों पर नहीं, बल्कि जमीनी हकीकत से भी सीधे जुड़कर काम कर रही हैं। चाहे सूरजपुर जैसे दुर्गम क्षेत्र का दौरा हो या बालोद में आकस्मिक निरीक्षण, उन्होंने हर जगह स्पष्ट किया है कि बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण जैसे संवेदनशील विषयों पर किसी भी तरह की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई होगी।
उनकी सक्रियता और तत्काल निर्णय लेने की क्षमता न केवल प्रशासन को जिम्मेदार बना रही है, बल्कि आम जनता को यह संदेश भी दे रही है कि उनकी समस्याएं अब अनसुनी नहीं रहेंगी। मंत्री राजवाड़े की कार्यशैली ने विभागीय प्रणाली में नई ऊर्जा और जवाबदेही का माहौल तैयार किया है।



