छत्तीसगढ़

बिलासपुर : जिले में गोठान बनाने का काम शुरू

प्रथम चरण में सातों विधानसभाओं के एक-एक गांव को चयन किया गया

बिलासपुर। मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट नरवा, गरुआ, बारी को पूरा करने प्रशासन जोरशोर से जुट गया है। इसी क्रम में गोठान निर्माण का काम शुरू किया गया है। इसके लिए जिले के सातों विधानसभा में एक-एक गांव का चयन कर लिया गया है। प्रथम चरण में गरुआ और घुरवा पर फोकस किया जा रहा है। हर गांव में तीन एकड़ भूमि का चयन कर गोठान बनाए जा रहे हैं। गोठान में पशुओं को रखने के लिए उचित व्यवस्था की जायेगी। भूमि का आरक्षण कर फेंसिंग व सीपीटी का काम होगा, जिससे गोठान निर्माण का काम मई तक पूरा कर लिया जाए। गोठान ऐसे पारंपरिक जगह पर बनाए जा रहे हैं जहां गांव के मवेशी एकत्रित होते हैं।
० गोठानों में ये रहेंगी सुविधाएं
गोठान में पशुओं के बैठने के लिए पक्के प्लेटफार्म, बछड़ों व बीमार पशुओं और चारा के लिए शेड, पीने के पानी के लिए टंकी व अन्य उपयुक्त संरचनाएं बनाई जाएंगी। पानी के लिए नलकूप
खनन कराकर सोलर पंप लगाए जाएंगे। इसमें गांवों के शत-प्रतिशत मवेशी गोठान में रहेंगे। यह मवेशियों के लिए डे-केयर सेंटर के रूप में उपयोग किया जाएगा। साथ ही आने वाले समय में जिले में एक-एक मॉडल गोठान बनेगा
० गौठान से बायोगैस व दुग्ध उत्पादन होगा
गोठान में सामुदायिक आधार पर बायो गैस प्लांट, वर्मी कम्पोस्ट खाद निर्माण इकाईयां, चारा विकास व दुग्ध संग्रहण केंद्र बनाए जाने की योजना है। बॉयो गैस प्लांट से ग्रामवासियों को गैस की सुविधा उपलब्ध कराई जाएंगी। गोठान के पशुओं के गोबर से जैविक खाद का उत्पादन होगा। जिससे कम लागत में अधिक फसल उत्पादन के साथ-साथ ऊर्जा का उत्पादन होगा।
० इन गांवों में प्रक्रिया शुरू
प्रथम चरण में गोठान बनाने का काम बिल्हा विधानसभा से पौंसरी, मस्तूरी के लावर गांव ,कोटा से मौहदा ,तखतपुर के देवरीखुर्द को लिया गया है। इसी तरह गौरेला के ठेंगाडांड गांव, पेंड्रा के अमरपुर गांव , मरवाही के निमधा में गौठान बनाने प्रक्रिया शुरू हो गई है।

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