बिजली के दाम पर जुबानी जंग: दाम बढ़ने को लेकर रविंद्र चौबे ने केन्द्र को ठहराया जिम्मेदार, रमन सिंह और सांसद सोनी ने कसा तंज
छत्तीसगढ़ में बिजली के दाम बढ़ने पर कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच सियासत शुरू हो गई है.बिजली दरों में बढ़ोत्तरी को लेकर कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बिजली दरें राज्य सरकार की ओर से बढ़ाई गई है, लेकिन इस बढ़ोतरी के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है ।डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ रहे हैं । भारत सरकार कोयला नहीं दे रही है । इसलिए स्वभाविक है मंहगाई बढ़ेगी ही और महंगाई बढ़ेगी तो बिजली के दरों में भी बढ़ोतरी होगी । इसके लिए सीधे तौर पर केंद्र सरकार दोषी है ।
वही प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बिजली दरों में हुई नाममात्र की वृद्धि पर बिजली बिल हाफ योजना का लाभ आम जनता को मिलेगा। बिजली दरों में बढ़ोत्तरी के मुख्य वजह केंद्र सरकार के द्वारा इंडस्ट्रियल डीजल के दामों में 25 स्र्पये प्रति लीटर की मूल्य वृद्धि है। मालभाड़ा बढ़ गया है, कोयला का दाम और परिवहन बढ़ गया है। जब विद्युत उत्पादन के लिए उपयोगी वस्तुओं के दाम बढ़ेंगे तो उत्पाद का दाम बढ़ना स्वाभाविक है।
इसपर पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है। डा रमन ने कहा कि बिजली बिल हाफ का झांसा देकर सत्ता में आए भूपेश बघेल आम जनता को बिजली का करंट लगा रहे हैं। जनता एक झटके से उबर नहीं पाती, तब तक सरकार नया झटका लगा देती है। राज्य सरकार ने जो बिजली का झटका दिया है, उसे जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में सीएम बघेल और कांग्रेस को घर बैठाकर जनता राहत की सांस लेगी। डा रमन ने कहा कि कांग्रेस सरकार महंगाई को लेकर तरह तरह की नौटंकी करती है। सीएम बघेल वैश्विक अर्थव्यवस्था की परिस्थितियों को नकारते हैं और दूसरी तरफ बिजली दर बढ़ाकर आम जनता का खून निचोड़ने से परहेज नहीं करते।
बिजली के दामों में बढ़ोतरी को लेकर सांसद सुनील सोनी ने कहा कि साढ़े 3 साल में दो बार बिजली के दामों में बढ़ोत्तरी हुई है. बीजेपी ने 15 साल में सिर्फ एक बार बिजली बिल बढ़ाया था, इन्होंने बिजली बिल हाफ करने का वादा किया था, लेकिन बिजली के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. ग्रामीण इलाको में बिजली की कटौती भी हो रही.