वेतन नहीं, आश्वासन ही मिला: मजदूर दिवस पर NHM कर्मचारी करेंगे स्वास्थ्य भवन का घेराव

रायपुर। छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) से जुड़े कर्मचारियों का आक्रोश अब सड़कों पर उतरने को तैयार है। बीते दो महीनों से वेतन नहीं मिलने और सेवा शर्तों के लगातार उल्लंघन के विरोध में NHM कर्मचारी संघ ने 1 मई, विश्व मजदूर दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य भवन का घेराव करने का ऐलान किया है।
सरकार से गुहार, लेकिन नहीं हुई सुनवाई
एनएचएम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष डॉ. अमित मिरी ने बताया कि कर्मचारियों की हालत बेहद दयनीय है। बार-बार सरकार को ज्ञापन देने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। “अब तक 50 से अधिक ज्ञापन दिए जा चुके हैं, लेकिन जवाब के नाम पर सिर्फ खामोशी मिली है,” उन्होंने कहा।
तेज गर्मी में सेवा, फिर भी आर्थिक संकट
डॉ. मिरी ने कहा, “अप्रैल की भीषण गर्मी में हम प्रदेश की जनता की सेवा में दिन-रात लगे हैं, लेकिन अपनी आर्थिक सुरक्षा को लेकर खुद परेशान हैं। यह समय हमारे लिए दोहरी चुनौती लेकर आया है।”
20 साल बाद भी स्थायित्व नहीं
उन्होंने यह भी बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को 20 वर्ष पूरे हो चुके हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ के NHM कर्मचारियों की स्थिति आज भी जस की तस बनी हुई है। “राज्य में डबल इंजन की सरकार होने के बाद भी नियमितीकरण तो दूर, समय पर वेतन तक नहीं मिल रहा,” मिरी ने कहा।
1 मई को बड़ा प्रदर्शन तय
अब संघ ने ऐलान किया है कि 1 मई को रायपुर स्थित स्वास्थ्य भवन का घेराव किया जाएगा। उनका कहना है कि यदि सरकार ने अब भी सुध नहीं ली, तो आंदोलन को और भी उग्र रूप दिया जाएगा।
क्या कहती है सरकार?
अब सभी की निगाहें सरकार के अगले कदम पर टिकी हैं। क्या मजदूर दिवस पर सरकार कर्मचारियों की पीड़ा सुनेगी या एक और आश्वासन से ही मामला निपटाया जाएगा—ये देखना बाकी है।