Chhattisgarh DMF Scam: ACB-EOW की बड़ी कार्रवाई, चार अधिकारी गिरफ्तार, 13 मई तक पुलिस रिमांड पर भेजे गए
Chhattisgarh DMF Scam: छत्तीसगढ़ में डीएमएफ (जिला खनिज न्यास) घोटाले को लेकर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने...
10, May, 2025 | Chhattisgarh DMF Scam: छत्तीसगढ़ में डीएमएफ (जिला खनिज न्यास) घोटाले को लेकर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए चार वरिष्ठ अधिकारियों को गिरफ्तार किया। इन सभी को कोरबा जिले में करोड़ों रुपये के DMF फंड घोटाले में आरोपी बनाया गया है। गिरफ्तारी के बाद सभी को विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 13 मई तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
ये अधिकारी हुए गिरफ्तार
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भरोसा राम ठाकुर – तत्कालीन नोडल अधिकारी, DMF, जिला कोरबा
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भूनेश्वर सिंह राज – तत्कालीन जनपद सीईओ, जिला कोरबा
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राधेश्याम मिर्झा – तत्कालीन जनपद सीईओ, जिला कोरबा
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वीरेंद्र कुमार राठौर – तत्कालीन जनपद सीईओ, जिला कोरबा
क्या है DMF घोटाला?
छत्तीसगढ़ में सामने आए DMF (डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन) घोटाले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) की शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि खनिज क्षेत्र के विकास के उद्देश्य से स्वीकृत योजनाओं में भारी वित्तीय अनियमितताएं बरती गईं। जांच के अनुसार, परियोजनाओं के ठेके देने में पारदर्शिता नहीं रखी गई और कई योजनाओं को कागज़ों में ही पूरा दिखा दिया गया, जबकि वास्तव में उन पर कोई कार्य नहीं हुआ। इसके अलावा, फर्जी भुगतान कर सरकारी फंड का दुरुपयोग किया गया। जांच एजेंसी ने इस पूरे मामले में दस्तावेज़, बैंक लेन-देन और फर्जी भुगतानों से जुड़े पुख्ता साक्ष्य जुटाए हैं, जिनके आधार पर चार अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है। इन पर डीएमएफ फंड के करोड़ों रुपये के गबन का गंभीर आरोप है।
रिमांड में हो सकते हैं बड़े खुलासे
ACB-EOW को उम्मीद है कि चार दिन की पुलिस रिमांड के दौरान पूछताछ में और भी बड़े नामों का खुलासा हो सकता है। इस घोटाले में अन्य अफसरों, ठेकेदारों और राजनेताओं की संलिप्तता से भी इंकार नहीं किया जा रहा है। जांच एजेंसियों ने इन संभावित संदिग्धों की भूमिका की गहन पड़ताल शुरू कर दी है।



