रेखा नायर के नरदहा गांव के फार्महाउस में सरकारी खर्च पर एनीकट का निर्माण
रायपुर। ईओडब्ल्यू की स्टेनो रेखा नायर की संपत्ति की पड़ताल चल रही है। प्रारंभिक जांच में यह खुलासा हुआ है कि रेखा नायर के नरदहा गांव के फार्महाउस में सरकारी खर्च पर एनीकट का निर्माण हुआ है।
ईओडब्ल्यू-एसीबी अवैध फोन टैपिंग प्रकरण पर निलंबित आईपीएस मुकेश गुप्ता की स्टेनो रेखा नायर के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज किया गया है। उनकी संपत्ति की जांच चल रही है। प्रारंभिक जांच में कई संपत्तियों का पता चला है। केरल में रबर की फैक्ट्री में निवेश होना पाया गया है।
जांच में यह भी तथ्य सामने आया है कि रेखा नायर की रायपुर की सीमा से सटे गांव नरदहा में करीब 20 एकड़ का फार्महाउस है। यहां केले की खेती हो रही है। फार्महाउस में एनीकट भी है। जिसका निर्माण सरकारी खर्च पर हुआ है। सूत्र बताते हैं कि ईओडब्ल्यू के अफसरों ने इस पूरे मामले को लेकर जल संसाधन विभाग से जानकारी मांगी है। नरदहा फार्महाउस की कीमत करोड़ों में आंकी गई है। कहा जा रहा है कि विभाग के लोगों की भी इस पूरे मामले में भूमिका रही है। इस पूरे मामले में बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
स्टेनो रेखा नायर अब तक पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हो पाई है। पिछले चार साल से गायब है। महावीर नगर स्थित एक फ्लैट में रहकर वह अवैध रूप से फोन टैपिंग करती थी। यह सबकुछ डीजी मुकेश गुप्ता की शह पर होता था। सरकार ने गुप्ता के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की है। उनके खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज किए गए हैं। न सिर्फ डीजी मुकेश गुप्ता बल्कि एसपी रजनेश सिंह के खिलाफ भी निलंबन की कार्रवाई की गई है।
पिछले दिनों ईओडब्ल्यू की टीम ने रेखा नायर की बहन के भिलाई स्थित निवास पर भी छापेमारी की थी। न सिर्फ रेखा नायर बल्कि उनके परिजनों की भी संपत्ति खंगाली जा रही है। चर्चा है कि मुकेश गुप्ता ने रेखा नायर और उनके परिजनों के नाम पर काफी कुछ संपत्ति खरीदी है। पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने भी कुछ संपत्तियों का ब्यौरा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को दिया था। इसकी भी पड़ताल चल रही है।