छत्तीसगढ़

सीजी एमएससी ने एंटी रैबीज वेक्सीन की सप्लाई की बंद, पीडितों को बढ़ी परेशानी

सिम्स प्रबंधन निजी मेडिकल स्टोर्स से खरीदने लगा रहा जुगत

बिलासपुर। सीजीएमएससी ने सिम्स को एंटी रैबीज वेक्सीन की सप्लाई करना बंद कर दिया है। दलील दी जा रही है कि जिस कम्पनी को टेंडर दिया गया था, उसने भी हाथ खड़े कर लिए। लिहाजा कुत्ते या अन्य जीव-जंतु के काटने से गंभीर मरीजों को इलाज के लिए यहां काफी परेशानी हो रही है।
सिम्स में रोजाना कुत्ते के काटने या अन्य जीव जंतु के काटने से जख्मी हुए लोग इंजेक्शन लगाने सिम्स अस्पताल के ओपीडी में पहुंच रहे है, जो एमआरडी में पर्ची कटा लंबी कतार लगा कर खड़े हो रहे,लेकिन जब उन्हें वेक्सीन नहीं होने की जानकारी मिलती है तो मायूस होकर लौटना पड़ रहा ह। जबकि कुत्ते या अन्य जानवर के काटने के बाद 24 घंटे के अंदर वेक्सीन लगाना जरूरी है। अन्यथा मरीज को गंभीर परिणाम भुगतना पड़ सकता है। इन्फेक्शन फैलने से मरीज की गतिविधि में परिवर्तन आने लग जाता है। गौरतलब है कि सभी जिला अस्पताल व सिम्स मेडिकल कॉलेज में सीजीएमएससी एंटी रैबीज वेक्सीन सप्लाई करता है, वहीं राज्य शासन ने जिस कंपनी को टेंडर दिया है वह भी सप्लाई करने से हाथ
खड़े कर दिए हैं। जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। मजबूरी में पीड़ितों को या तो यहां खरीद कर वैक्सीन लेना पड़ रहा है या फिर दूसरे अस्पताल जाकर इलाज कराना पड़ रहा है। गौरतलब है कि मेडिकल सटोर्स में रैबीज का इंजेक्शन 4०० रुपए में मिल रहा है

Related Articles

Back to top button