छत्तीसगढ़

कांग्रेस अपनी घोषणा पत्र में राइट टू हेल्थ को शामिल करेगी , राहुल ने दिलाया भरोसा

मितानिन के सवाल पर राहुल ने कहा आपकी मांग पूरी होगी धैर्य रखें

रायपुर । यूनिवर्सल हेल्थ पर प्रबुद्धजनों की राय जानने आज राहुल गांधी रायपुर में थे। एक एनजीओ की तरफ से आयोजित इस कार्यक्रम में राहुल गांधी को सबको स्वास्थ्य और सबके लिए स्वास्थ्य जैसी सोच के साथ कुछ सुझाव सुने भी और अपने इरादे को भी बताया। इस दौरान उन्होंने एक बड़ा इशारा करते हुए घोषणा पत्र में “राइट टू हेल्थ” के प्रावधान की भी बात कही। उस दौरान कुछ ऐसे भी सवाल आये, जिस पर राहुल गांधी ने मुस्कुराते हुए स्वास्थ्य मंत्री टीए सिंहदेव की तरफ इशारा किया।
कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग में स्टेट हेल्थ रिसर्च सेंटर मितानिन प्रोग्राम की एरिया कार्डिनेटर मनीषा चंद्राकर ने राहुल गांधी से पूछा कि आपने कहा है कि आशा वर्कर को सैलरी के तौर पर नहीं रखा जा सकता। मितानिन से ऊपर और भी पोस्ट है जो कंपसेशन में काम कर रहे है और इनको कब सेलरी पर रखा जाएगगा।उन्हें आपके बजट में सेलरी बेस पर रखा जाएगा? पिछले कई सालों से सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है।
सवाल सुनकर राहुल गांधी मुस्कुराने लगे और फिर सिंहदेव की तरफ देखते हुए कहा कि
इसका जवाब आप दीजिये।
जवाब में सिंहदेव ने कहा कि
विचार करेंगे।
जवाब सुनकर राहुल गांधी ने कहा कि ये पॉलटिकल जवाब दे दिया। उसके बाद मनीषा चंद्राकर ने कहा कि जी सर, हर बार ऐसा ही होता है । 6 साल से यही सुन रहे हैं।
उसके बाद राहुल गांधी ने सिंहदेव की तरफ मुस्कुराते हुए देखा। सिंहदेव दोबारा से खड़े हुए और फिर कहा कि शासन विचार करेगी और कंपसेशन दिया जायेगा। मेनिफेस्टो में भी इस का जिक्र किया गया है। आप हमारे घोषणा पत्र को देखेंगे तो उसमें हमने सारी बातें लिखी है।
जवाब के बाद मनीषा चंद्राकर ने कहा सर कंप्सेशन नहीं, सैलरी के साथ नौकरी रखने को बोल रही हूँ। जिसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि सिंहदेव जी ने बोला विचार होगा धैर्य रखें।

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