छत्तीसगढ़

Chhattisgarh Weather Update: छत्तीसगढ़ में फिर सक्रिय हुआ बारिश का सिस्टम, 11 जून को 9 जिलों में येलो और ओरेंज अलर्ट जारी

Chhattisgarh Weather Update: छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी और उमस से जूझ रहे लोगों को अब राहत मिलने के आसार हैं। प्री-मॉनसून गतिविधियों के चलते...

10, June, 2025 | Chhattisgarh Weather Update: छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी और उमस से जूझ रहे लोगों को अब राहत मिलने के आसार हैं। प्री-मॉनसून गतिविधियों के चलते राज्य में एक बार फिर से मौसम का मिजाज बदल गया है। रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र ने राज्य के 27 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, वहीं 11 जून यानी बुधवार को 9 जिलों में बारिश के साथ गरज-चमक और तेज हवाओं की चेतावनी दी गई है।

27 जिलों में येलो अलर्ट, बिजली गिरने की आशंका

मंगलवार को जारी किए गए येलो अलर्ट के मुताबिक, प्रदेश के सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, कांकेर, धमतरी, बालोद, राजनांदगांव, गरियाबंद, महासमुंद, रायपुर, बलौदाबाजार, जांजगीर-चांपा, रायगढ़, बिलासपुर, कोरबा, जशपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, दुर्ग, बेमेतरा, कबीरधाम, मुंगेली, सुरगुजा, सूरजपुर और कोरिया जिलों में आकाशीय बिजली गिरने और गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इन इलाकों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं।

बुधवार को इन जिलों में तेज बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग ने बुधवार 11 जून के लिए प्रदेश के नौ जिलों में विशेष अलर्ट जारी किया है। कांकेर, धमतरी, गरियाबंद, नारायणपुर और कोंडागांव जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। यहां गरज-चमक के साथ बिजली गिरने और 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है।

वहीं बीजापुर, दंतेवाड़ा, बस्तर और सुकमा जिलों के लिए ओरेंज अलर्ट जारी करते हुए मौसम विभाग ने जोरदार बारिश और गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की चेतावनी दी है।

बारिश के पीछे कौन-से मौसम तंत्र हैं सक्रिय?

रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, इस बारिश की मुख्य वजह कई सक्रिय मौसम तंत्र हैं। वर्तमान में मॉनसून की उत्तरी सीमा मुंबई, अहिल्यानगर, आदिलाबाद, भवानीपटना, पुरी और बालुरघाट से होकर गुजर रही है। उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उसके आसपास एक चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है, जिससे एक द्रोणिका रेखा मध्यप्रदेश और विदर्भ होते हुए तेलंगाना तक फैली है।

इसके अलावा उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी और उसके आसपास के इलाकों में भी समुद्र तल से ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। इन सबके सम्मिलित प्रभाव से प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और तेज हवाओं की गतिविधि देखने को मिल रही है।

गर्मी और उमस ने किया बेहाल, रायपुर में छाए बादल

हालांकि बारिश की गतिविधियां शुरू हो गई हैं, लेकिन प्रदेश के कई जिलों में गर्मी और उमस अब भी बनी हुई है। सोमवार को बिलासपुर 41.7 डिग्री सेल्सियस के साथ प्रदेश का सबसे गर्म जिला रहा। वहीं दुर्ग में न्यूनतम तापमान 24.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रायपुर में अधिकतम तापमान 41 डिग्री और न्यूनतम तापमान 29 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है।

राजधानी समेत कई इलाकों में बादल छाए हुए हैं और तेज उमस लोगों को परेशान कर रही है। पिछले 24 घंटे में बस्तर, दंतेवाड़ा और दुर्ग जिलों में हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई है।

खेतों में फिर शुरू हुए कृषि कार्य

मई के अंतिम सप्ताह और नवतपा के दौरान अच्छी बारिश ने जहां लोगों को गर्मी से राहत दी थी, वहीं अब जून की शुरुआत में बारिश की रफ्तार थम जाने से तापमान में एक बार फिर 7-8 डिग्री तक की बढ़ोतरी हुई थी। मगर अब एक बार फिर से बारिश की संभावनाएं बनने लगी हैं। बस्तर संभाग के नारायणपुर और कोंडागांव में मॉनसून के पहुंचने के बाद अब इसके आगे बढ़ने की स्थिति बन रही है।

बारिश के दोबारा शुरू होने से किसानों के चेहरे पर भी रौनक लौट आई है। खेतों की जोताई और अन्य कृषि गतिविधियां अब रफ्तार पकड़ने लगी हैं। किसानों को उम्मीद है कि आगामी दिनों में बारिश की निरंतरता बनी रही तो बोआई का काम भी जल्द शुरू किया जा सकेगा।

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